जमालपुर। जमालपुर प्रखंड स्थित बाल विकास परियोजना विभाग की लचर व्यवस्था एवं सुस्त कार्यप्रणाली से जमालपुर के लाभुकों में क्षोभ की स्थिति है। जमालपुर प्रखंड बाल विकास परियोजना कार्यालय में सीडीपीओ के अलावे 6 महिला पर्यवेक्षिका एक प्रधान लिपिक एवं एक डाटा एंट्री ऑपरेटर तैनात है। बावजूद इसके अक्सर सीडीपीओ कार्यालय में ना तो सीडीपीओ सही समय पर आती हैं और ना ही महिला पर्यवेक्षिका एवं प्रधान लिपिक। प्रखंड के लाभुकों एवं जनप्रतिनिधियों की लगातार शिकायत रही है कि जब भी वह अपनी शिकायत या किसी कार्यवश सीडीपीओ कार्यालय जाते हैं, तो सीडीपीओ या अन्य कर्मी कार्यालय में यदा कदा ही उपस्थित नजर आते हैं। सामान्य दिनों में डाटा एंट्री ऑपरेटर के अलावे शायद ही कोई कर्मी से मुलाकात हो पाती है। सीडीपीओ कार्यालय कि इस बदहाल स्थिति को लेकर विगत पंचायत समिति की बैठक में शामिल जनप्रतिनिधियों ने भी सवाल उठाते हुए प्रस्ताव पारित किया है। सीडीपीओ कार्यालय की गिरती व्यवस्था का एक उदाहरण शुक्रवार को भी देखने को मिला।
शुक्रवार दिन के 11:00 बजे सीडीपीओ कार्यालय में एक महिला पर्यवेक्षिका कुकू कुमारी एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर के अलावा कोई भी मौजूद नहीं था। इस बाबत फोन द्वारा संपर्क करने पर सीडीपीओ कृष्णा सिंह ने बताया कि वह शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में तैनात हैं जबकि प्रधान लिपिक अशोक कुमार को जिला मुख्यालय भेजा गया है इसके अलावा 5 महिला पर्यवेक्षिका को इंटर परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों पर तैनात किया गया है। बताते चलें कि सीडीपीओ कार्यालय में सामान्य दिनों में भी अक्सर सीडीपीओ अधिकांश महिला पर्यवेक्षिका एवं प्रधान लिपिक नदारद ही नजर आते हैं।
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