मुंगेर तथा जमालपुर से श्याम भक्तों का खांटूधाम जाने का सिलसिला आरंभ
मुंगेर। राजस्थान के सिकर जिले के प्रसिद्ध खाटूं धाम मेले में शिरकत करने मुंगेर एवं जमालपुर से जत्थों का रवाना होने का सिलसिला आरंभ हो गया है। यह जानकारी सज्जन कुमार गर्ग ने दी।
उनके मुताविक राजस्थान के खांटू धाम में श्री श्याम मंदिर है,जहां हर साल फाल्गुन में बारहदिवसीय विशाल मेले का आयोजन होता है। इसमें देश ही दुनिया के श्याम भक्तों का विराट समागम होता है। भक्तिमय वातावरण में श्यामभक्तों की टोली रिंगर से खांटू धाम निशान यात्रा में शिरकत करते है। यह सिलसिला पूरे मेला अवधि तक चलता है। खांटू श्याम का नाम आज केवल भारतीय परिवार में ही नहीं, अपितु पूरे विश्व के भारतीय परिवार में न केवल इन्हें जाना जाता है, बल्कि अधिकाधिक परिवार खांटू धाम के चमत्कारों को जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख चुके हैं। अनास्था की इस सदी में संपूर्ण भारत के शहरों एवं गांवों में श्री खांटू श्याम जी से संबधित संस्थाओं द्वारा भजन कीर्तन जागरण के साथ ही सेवा कार्य किए जा रहे हैं। अपने नाम के अनुरूप कलयुग के अवतारी खांटू श्याम अपने समस्त भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। लोकमान्यता है कि जो भी व्यक्ति राजस्थान के रिंगर से निशान लेकर लगभग 18 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर खांटू श्याम जाता है और श्याम प्रभु के दर्शन मात्र से जीवन में खुशियों एवं सुखशांति का भंडार भरना आरंभ हो जाता है। इसी श्रृंखला में मुंगेर जमालपुर से रितेश गर्ग सहित काफी संख्या में श्याम भक्त टोली बनाकर रिंगर से खांटू धाम की निशान यात्रा में शिकरत करेंगें। वहीं पटना से रवि गर्ग और झारखंड के बड़हरबा से रवि अग्रवाल के नेतृत्व में वहां शिकरत करेंगी। श्याम भक्तों का मुख्य धाम खांटू धाम है, श्याम भक्त् देश जिन जिन भागों में गए, उन उन क्षेत्रों में श्री श्याम मंदिर की स्थापना करते गए। इसी कड़ी में जमालपुर का प्रसिद्ध श्री श्याम मंदिर है। यह श्याम भक्तों के आस्थ का प्रतीक है।
मुंगेर। राजस्थान के सिकर जिले के प्रसिद्ध खाटूं धाम मेले में शिरकत करने मुंगेर एवं जमालपुर से जत्थों का रवाना होने का सिलसिला आरंभ हो गया है। यह जानकारी सज्जन कुमार गर्ग ने दी।
उनके मुताविक राजस्थान के खांटू धाम में श्री श्याम मंदिर है,जहां हर साल फाल्गुन में बारहदिवसीय विशाल मेले का आयोजन होता है। इसमें देश ही दुनिया के श्याम भक्तों का विराट समागम होता है। भक्तिमय वातावरण में श्यामभक्तों की टोली रिंगर से खांटू धाम निशान यात्रा में शिरकत करते है। यह सिलसिला पूरे मेला अवधि तक चलता है। खांटू श्याम का नाम आज केवल भारतीय परिवार में ही नहीं, अपितु पूरे विश्व के भारतीय परिवार में न केवल इन्हें जाना जाता है, बल्कि अधिकाधिक परिवार खांटू धाम के चमत्कारों को जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख चुके हैं। अनास्था की इस सदी में संपूर्ण भारत के शहरों एवं गांवों में श्री खांटू श्याम जी से संबधित संस्थाओं द्वारा भजन कीर्तन जागरण के साथ ही सेवा कार्य किए जा रहे हैं। अपने नाम के अनुरूप कलयुग के अवतारी खांटू श्याम अपने समस्त भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। लोकमान्यता है कि जो भी व्यक्ति राजस्थान के रिंगर से निशान लेकर लगभग 18 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर खांटू श्याम जाता है और श्याम प्रभु के दर्शन मात्र से जीवन में खुशियों एवं सुखशांति का भंडार भरना आरंभ हो जाता है। इसी श्रृंखला में मुंगेर जमालपुर से रितेश गर्ग सहित काफी संख्या में श्याम भक्त टोली बनाकर रिंगर से खांटू धाम की निशान यात्रा में शिकरत करेंगें। वहीं पटना से रवि गर्ग और झारखंड के बड़हरबा से रवि अग्रवाल के नेतृत्व में वहां शिकरत करेंगी। श्याम भक्तों का मुख्य धाम खांटू धाम है, श्याम भक्त् देश जिन जिन भागों में गए, उन उन क्षेत्रों में श्री श्याम मंदिर की स्थापना करते गए। इसी कड़ी में जमालपुर का प्रसिद्ध श्री श्याम मंदिर है। यह श्याम भक्तों के आस्थ का प्रतीक है।
No comments:
Post a Comment
nhlivemunger@gmail.com