Sunday 31 December 2017

मुंगेर/जमालपुर👉31वी पुण्यतिथि पर याद किए गए लोकबंधु राजनारायण।

मुंगेर उप संपादक प्रिंस दिलखुश की रिपोर्ट।

👉कांग्रेस के तानाशाही शासन के अंत के महानायक थे लोकबंधु राजनारायण : सपा।

👉समस्याओं से जुझते आवाम के लिए सतही संघर्ष हम सपाई का संकल्प : पप्पू यादव।

जमालपुर।कांग्रेस और इंदिरा के तानाशाही शासन के अंत कर महानायक राजनारायण ने 1977 के चुनाव में इंदिरा को प्रशास्त कर उनके अजय होने का दंभ तोड़ भारतीय राजनीति के दूसरे परम्परा के नेता के रूप में सदैव जीवित रहेंगे उक्त बातें समाजवादी पार्टी नगर इकाई द्वारा मनायी जा रही लोकबंधु राजनारायण की 31वी पुण्यतिथि पर स्थानीय मारवाड़ी धर्मशाला में आयोजित संकल्प सभा मे बतौर मुख्य अतिथि सपा जिलाध्यक्ष पप्पू यादव ने कही।
उन्होंने कहा कि समस्याओं से जूझते आम आवाम के लिए सतही संघर्ष ही हम सपाई का संकल्प और एकमात्र उद्देश्य है।

वही अतिथि जिला के महासचिव मनोज कुमार मधुकर ने कहा कि डॉ. लोहिया की तरह औघड़ जीवन शैली अपनाने वाले लोकबंधु राजनारायण किसान,मजदूर, दलितो,पिछड़ो के लिए सदैव सतही संघर्ष करते रहे, इंदिरा गांधी को हराकर राजनारायण ने यह प्रमाणित किया था कि डॉ. लोहिया अभी भारतीय राजनीति में अभी मरे नही है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगर उपाध्यक्ष डॉ. सुधीर गुप्ता ने की एवं समारोह का शुभारंभ वरिष्ठ समाजवादी नेता रामनाथ राय एवं अतिथि द्वारा लोकबंधु के तैलचित्र पर माल्यर्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।

कार्यक्रम में जिला से सचिव मो.आजम,मिथलेश यादव,अमरशक्ति, संजय यादव, नगर मीडिया प्रभारी मनोज क्रांति,सचिव सुशील जलान, सत्यजीत, रूपेश कुमार छोटू,युवजन सचिव कुंर प्रभाकर,सुमन बिंद, नीरज यादव,मुकेश तांती,रजत कुमार, प्रेम यादव,सौरव कुमार, डब्लू यादव,अरुण पासवान,लखन यादव,दिलीप पासवान,चन्दर यादव,दयानन्द प्रसाद,दिलीप शर्मा,राहुल राम,सदानन्द शर्मा,जितेंद्र यादव,हिमांशु यादव,देवन यादव,सुनील साव, विष्णु वर्मा,रंजीत पटवा सहित अन्य उपस्थित थे।



कचरा प्रबंधन को लेकर अब तक सुस्त पड़ी है नगर परिषद प्रशासन




जमालपुर। जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र से कचरा का उठाव करने के बाद उसे डीजल सेड के समीप स्थित बियाडा एवं रेलवे की खाली पड़ी जमीन को डंपिंग जोन बना दिया गया है। अवैध रूप से बने इस डंपिंग जोन में शहर भर के कचरे को डाल दिया जाता है। कचरा प्रबंधन को लेकर नगर परिषद की ओर से अब तक कोई रोडमैप तैयार नहीं किया जा सका है। नगर परिषद बोर्ड की पूर्व कमेटी की ओर से कचरा प्रबंधन को लेकर कई बार बोर्ड के बैठकों में चर्चाएं तो हुई थी। मगर इस चर्चा को बोर्ड की बैठक तक ही सीमित रखा गया। इसे धरातल पर उतारा नहीं जा सका है। घरों से कचरा का उठाव करने के बाद कचरा को खाली पड़े जमीनों पर डंप कर दिया जाता है। नगर परिषद की ओर से कचरों के प्रबंधन को लेकर कोई निश्चित प्लान नहीं तैयार किया जा सका है।


माताडीह के पास अमझर में कचरा प्रबंधन के लिए उपलब्ध है 13 एकड़ जमीन


अंग्रेजी शासन काल के दौरान रेल कारखाना जमालपुर की स्थापना के साथ ही नगर परिषद जमालपुर की भी स्थापना की गई तत्कालीन मुख्य कारखाना प्रबंधक सह नगर परिषद चेयरमैन ने शहर के कचरा प्रबंधन के लिए माताडीह के पास अमझर में डंपिंग जोन बनाया जहां शहर के कछुओं के अलावे कमाऊ शौचालय से निकलने वाले महिला का भी प्रबंधन किया जाता था इस कारण इस क्षेत्र को मैलाटांड़ के नाम नाम से भी जाना जाता है। करीब 13 एकड़ की इस खाली पड़े क्षेत्र पर कचरा प्रबंधन का प्लांट तैयार किया जा सकता है मगर नगर परिषद कचरा कोड डंपिंग करने के लिए कभी रामपुर बस्ती तो कभी इंदरुख पंचायत स्थित खेतों का चयन करती है। जिसको लेकर नगर परिषद प्रशासन को काफी स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था।


अजैविक कचरे का सेवन कर मर रहे पशु-पक्षी


बियाडा एवं जमालपुर रेलवे की भूमि पर पिछले कई वर्षों से समूचे जमालपुर नगर परिषद का जो कचरा एकत्रित किया जा रहा है उसके कारण यहां लाखों स्क्वायर फीट जमीन बंजर हो चुकी है। इस जगह कचरे का टीला बन चुका है। पहाड़ किनारे चरने के लिए आने वाले पशु यहां अक्सर कचरे के आसपास फैली प्लास्टिक एवं अन्य अकार्बनिक विषैले पदार्थों को ग्रहण कर लेती हैं। जिस कारण कई पशु-पक्षी मृत पाए गए हैं। कचरे के अप्रबंधन की वजह से इस क्षेत्र की जैव विविधता बिल्कुल समाप्ति की ओर अग्रसर है। जहां कभी पूर्णरूपेण हरियाली छाई हुई रहती थी। अब वह क्षेत्र कचरों के डंपिंग के कारण सूखा, बंजर, हरियाली विहीन एवं पशु-पक्षी विहीन हो चुका है। इसके अलावा  यहां का  जलस्तर भी  नीचे चला गया है। आसपास के इलाकों की पानी  पूर्णरूपेण  जहरीला  एवं प्रदूषित हो चुका है।


गीले और सूखे कचरे के लिए नगर परिषद प्रशासन हर घर में दो अलग-अलग रंग के डस्टबिन देने की तैयारी में है। नए साल में सभी होल्डिंग धारकों को डस्टबिन दिया जाएगा। ताकि एक में गीला कचरा रखा जा सके। और दूसरे में सूखा कचरा रखे। नप के सफाईकर्मी लोगों के घरों तक जाकर अलग-अलग वाहन में गीला व सूखा कचरा उठा लेंगे।


सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरामेंट की मदद लेगी नप


नगर परिषद प्रशासन जमालपुर शहर में कचरा प्रबंधन प्लांट लगाने के लिए सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरामेंट की मदद लेगी। शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए नए वर्ष में सिटी सैनिटेशन प्लान तैयार किया जाएगा।


नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश दयाल लाल ने बताया कि नए साल में कचरा प्रबंधन के लिए जमीन का चयन कर लिया जाएगा। इसपर तेजी से काम शुरू होगा। ताकि जमालपुर शहर भी बिहार के नक्शे पर कचरा मुक्त शहर के रूप में अपना नाम दर्ज कराएगा। इस काम को पूरा करने के लिए मुजफ्फरपुर नगर निगम एवं मुजफ्फरपुर स्थित एक नगर परिषद से मदद ली जा रही है। मुजफ्फरपुर की तर्ज पर ही जमालपुर में भी कचरा प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी।


नगर परिषद की मुख्य पार्षद पार्वती देवी ने बताया कि नगर परिषद अपनी तरफ से सफाई में कोई कोताही नहीं बरत रहा है। सुबह-सुबह नप के सफाई कर्मचारी लोगों के घरों तक जाकर कचरा उठाते हैं। इसके बावजूद लोग सफाई के बाद घर का कूड़ा सड़क या नाले पर डाल देते हैं। अनपढ़ ही नहीं, पढ़े-लिखे लोग भी इस तरह का काम करते हैं। इसके लिए समाज में सफाई को लेकर जागरूक बनाने की जरूरत है।


क्या कहते हैं लोग -

रेलवे संवेदक सुनील विश्वकर्मा ने बताया कि नगर परिषद प्रशासन यदि नए साल के उपहार स्वरूप कचरा प्रबंधन प्लांट लगाया जाता है, तो जमालपुर के निवासियों को कचरे से मुक्ति मिल जाएगी। मगर, इसकी सफलता के लिए लोगों का सहयोग मिलना आवश्यक है।


सामाजिक कार्यकर्ता सह कांग्रेस नेता साईं शंकर ने बताया कि यदि जल्द ही नगर परिषद के द्वारा कचरा प्रबंधन के लिए कोई स्थाई व्यवस्था नहीं किया जाता है, तो बियाडा के आसपास की भूमि पूर्ण रूप से बंजर हो जाएगी। आसपास के इलाकों में महामारी की भी स्थिति पैदा हो सकती है। स्थिति ऐसी ही बनी रही तो हम अपने आगे आने वाले पीढ़ी के लिए क्या दे पाएंगे।
 जबतक जैविक कचरा एवं अजैविक कचरा को अलग-अलग नहीं इकट्ठा किया गया, तबतक कचरा प्रबंधन सफलतापूर्वक नहीं किया जा सकता। इससे जैविक कचरे का इस्तेमाल जैविक खाद के रूप में भी किया जा सकता है। साथ ही इससे जैविक गैस तैयार हो सकता है।

Saturday 30 December 2017

प्रकाशोत्सव समापन समारोह से लौटे सिक्ख समुदाय के लोग


जमालपुर। श्री गुरु गोविंद सिंह के 350 वें प्रकाशोत्सव
समापन समारोह में शामिल होने गए दर्जनों सिक्ख समुदाय के लोग बुधवार को पटना से लौटे। पटना के बाईपास रोड में बनाए गए टेन्ट सिटी में श्री गुरु गोविंद सिंह के प्रकाशोत्सव समापन समारोह को लेकर विशेष तैयारियां की गई थी। श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक समिति जमालपुर के उपाध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह ने बताया कि काफी धूमधाम से प्रकाशोत्सव समारोह मनाया गया। जिसमें देश-विदेश से आए सिक्खों का मिलन हुआ। इसमें शामिल होने जमालपुर से दर्जनों लोग गए थे। श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक समिति जमालपुर के अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह अहलूवालिया सरदार लाभ सिंह सरदार सतवीर सिंह सरदार हरभजन सिंह सरदार गुरप्रीत सिंह सरदार मन्नी सिंह, सरदार अमनदीप सिंह, बलजीत कौर, हरदीप कौर, मनजीत कौर सहित कई अन्य लोगों ने प्रकाशोत्सव समापन समारोह में हिस्सा लिया था।

Friday 29 December 2017

कांग्रेस मजबूत आधार है आधुनिक भारत के निर्माण में




सैकड़ों सालों की गुलामी से भारत जब 1947 को आजाद हुआ तो उस समय तक अंग्रेजों ने हिंदुस्तान को लूट खसोट कर जाति और मजहब में बांट दिया था। बिल्कुल बर्बाद भारत को अंग्रेजों ने कांग्रेस को सुपुर्द किया सन 1947 से पहले देश में सुई तक नहीं बनती थी, समूचा भारत छोटे-छोटे रियासतों एवं रजवाड़ो के झगड़ों में उलझा हुआ था, उस समय तक अखंड भारत में सिर्फ 50 गांवों में बिजली, 20 राजा के महल में टेलीफोन, पूरे देश में मात्र 10 बांध सीमा पर मात्र कुछ सैनिक, चार विमान, 20 टैंक थे किसी गांव में नल नहीं थी, देश की सीमा चारों तरफ से खुली हुई थी खजाना पूरी तरह खाली था। ऐसा बदहाल हिंदुस्तान कांग्रेसियों को मिला इन 60 सालों में कांग्रेसियों ने हिंदुस्तान की नींव को मजबूती से खड़ा करने के लिए कई प्रधानमंत्री दिए, हिंदुस्तान में विश्व की सबसे बड़ी सैन्य शक्ति तैयार की, हजारों विमान, हजारों टैंक, लाखों फैक्ट्रियां एवं लाखो गांव में बिजली पहुंचाई, हजारों बांध, लाखों किलोमीटर सड़क और परमाणु बम, हर हाथ में फोन हर घर में मोटरसाइकिल वाला मजबूत देश कांग्रेस ने दिया। कांग्रेस ने भारत में विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान तैयार किया, तथा दो एशियाई खेलों का सफल आयोजन करवाया। भाखड़ा, रिहंद जैसे सैकड़ों बांध का निर्माण एवं भाभा न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर तथा तारापुर परमाणु बिजली घर का निर्माण करवाया देश में दर्जनों IIT, IIM, AIIMS  सैकड़ों विश्वविद्यालय की स्थापना की भारत में कई नवरत्न कंपनियां खोली गई। पाक सैनिकों को लाहौर में घुसकर मारा, नेहरु जी ने पुर्तगाल से जीतकर गोवा को भारत का अभिन्न अंग बनाया, तथा इंदिरा जी ने पाक को दो टुकड़े कर लाखों सैनिकों और सैन्य कमांडर को सरेंडर करवाया, इसरो की शुरुआत हुई, श्वेत क्रांति और हरित क्रांति से भारत खुशहाल हुआ, कई नवरत्न कंपनियों की स्थापना हुई, बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ, अनाज में आत्मनिर्भर हुए, हवाई जहाज हेलीकॉप्टर बनाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड की स्थापना की गई, राजीव गांधी ने देश के घर-घर में टेलीविजन पहुंचा दिया, सुपर कंप्यूटर एवं टेलीविजन आने से सूचना क्रांति पूरे देश में फैल गया हिंदुस्तान में चंद्रयान मंगल मिशन जीएसएलवी, पीएसएलवी मेट्रो रेल आदि की शुरुआत हुई दर्जनों संख्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बने, न्यूक्लियर पनडुब्बी तैयार हुई,  ढेरों मिसाइलें जैसे पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, नाग, आकाश आदि तैयार हुए चेतक हेलीकॉप्टर, तेजस विमान, द्रोण, अर्जुन टैंक, कई मिसाइल युक्त विमान तथा आई एन एस विक्रांत का निर्माण हुआ।
अगर अब भी लोग सोच रहे हैं कि क्या दिया कांग्रेस ने हिंदुस्तान को तो एक बार फिर से हाई स्कूल में एडमिशन लेकर पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गांधी युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में यूपीए गवर्नमेंट के कार्यकाल के इतिहास को फिर से पढ़ें और धर्मनिरपेक्ष,  समाजवाद तथा लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने में देश का सहयोग करें, जय हिंद।
               
                     साई शंकर
            (सामाजिक कार्यकर्ता)

Wednesday 27 December 2017

फव्वारे का जल जमाव डेंगू जैसे रोगों को दे रहा खुली दावत



रेलवे के आला अधिकारियों के आगमन पर ही चलाया जाता है फव्वारा
जमालपुर। जमालपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा फव्वारा सुबह की व अमूल्य वस्तु बन कर रह गई है, जिसका आनंद सिर्फ रेलवे के आला अधिकारी ही ले सकते हैं। वैसे तो  जमालपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा फव्वारा जमालपुर स्टेशन की भव्यता को बढ़ाने एवं यात्रियों के आनंद के लिए लगाया गया है। मगर इस फव्वारे का आनंद केवल रेल के मालदा मंडल के अधिकारी अथवा पूर्व रेलवे जोन के अधिकारी ही ले सकते हैं। अधिकारियों के जमालपुर से जाते ही फव्वारे को बंद कर दिया जाता है ताकि हम लोग इसका लुत्फ ना उठा सकें। रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों ने इस फव्वारे को अधिकारियों के शोभा की वस्तु बना कर रख दिया है।

अधिकारियों के जाने के बाद फव्वारा में महीनों तक रहता है जलजमाव
जमालपुर में  रेलवे के आला अधिकारियों के आने के बाद  ही रेलवे स्टेशन परिसर में लगे फव्वारे को चलाया जाता है।  लेकिन अधिकारियों के जाते ही इस फव्वारे में भरे पानी को ज्यों का त्यों छोड़ दिया जाता है। जिससे कई महीनों तक फव्वारे में जलजमाव की स्थिति होती है। इस जलजमाव की वजह से मच्छर व अन्य प्रकार के जीवाणु इसमें पनपने लगते हैं। फव्वारे में जमे साफ पानी में डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर पनपने का डर बना रहता है। रेलवे की लापरवाही की वजह से डेंगू व चिकनगुनिया जैसे रोग वाहक मच्छर इस फव्वारे में जमा पानी में पैदा हो सकते हैं।

पर्व और उत्सव पर भी नहीं चलाया जाता है फव्वारा
जमालपुर शहर में हिंदू मुस्लिम सिख एवं इसाई चारों धर्मों के लोग निवास करते हैं। यहां चारों धर्मों के पर्व एवं उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है। सभी पर्वों में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों को सजाया जाता है। मगर रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों को भारतीय पर्व एवं उत्सव से कोई सरोकार नहीं लगता। किसी भी पर्व या उत्सव में जमालपुर स्टेशन पर लगे फव्वारे को नहीं चलाया जाता है।

क्रिसमस पर वीरान पड़ा रहा फव्वारा
जमालपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा फव्वारा क्रिसमस पर्व के दिन भी नहीं चलाया गया। क्रिसमस के मौके पर अन्य शहरों में रह रहे लोग यहां क्रिसमस मनाने अपने घर आए। उन्हें जमालपुर स्टेशन के बाहर लगा फव्वारा भी वीरान स्थिति में नजर आया। यात्रियों की शिकायत है कि वह जब भी जमालपुर स्टेशन आते हैं तो उन्हें यह फव्वारा वीरान स्थिति में ही नजर आता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
स्टेशन अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि फव्वारे के रखरखाव एवं इसके संचालन को लेकर उनके पास स्टाफ की कमी है। जिस कारण वह रोजाना फव्वारे को चला पाने में असमर्थ है। वही जलजमाव की स्थिति पर उन्होंने कहा कि पिछले दिनों लगातार रेलवे के बढ़िया अधिकारियों का जमालपुर में आगमन बना रहा। आगे भी कई अधिकारियों के आने की उम्मीद है जिस कारण फव्वारे में से पानी नहीं निकाला गया है।

क्या कहते हैं लोग
सामाजिक कार्यकर्ता साईं शंकर ने कहा कि जमालपुर रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों को रोजाना फव्वारा चलाए जाने के लिए विशेष इंतजाम करनी चाहिए। अगर रेल प्रशासन इसे रोजाना चला पाने में असक्षम है तो इसे हटाकर यहां कोई अन्य व्यवस्था कर देनी चाहिए।

Monday 25 December 2017

गांवों में बसती है देश की आत्मा : प्रो विनय


जमालपुर क्रिसमस पर एवं तुलसी दिवस के मौके पर सोमवार को बालिका उच्च विद्यालय फुलका में गरीबों एवं असहायों के बीच कंबल वितरण किया गया कंबल वितरण समारोह की अध्यक्षता रविंद्र कुमार यादव ने किया समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में प्रो विनय कुमार यादव संवेदक सुनील विश्वकर्मा सुंदरदास इंजीनियर परमानंद यादव जिला परिषद सदस्य मीतू रविकर एवं जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष बेबी देवी मौजूद थे। कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया अतिथियों के स्वागत में ज्योति युगल सरस्वती शिशु मंदिर फुलका की छात्रा दिशा स्वाति ईसा साक्षी एवं परिधी ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो विनय कुमार यादव ने कहा कि भारत गांवों का देश है भारत देश की आत्मा गांवों में बसती है हमारा समाज आज शहर की चकाचौंध में खोता जा रहा है जिस प्रकार शहरों में कल-कारखानों एवं बड़े-बड़े मशीनों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है उससे शहर में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है गांव में आज भी शुद्ध हवा मिलती है देश की राजधानी दिल्ली में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा इतनी बढ़ गई है कि दिल्ली सरकार को इस पर नियंत्रण करने के लिए यातायात को रोकना पड़ा है। शहरों में लोगों को पानी और हवा को शुद्ध करने की जरूरत पड़ रही है। मगर गांव में प्रकृति का भंडार है। प्रकृति के बीच गांव के लोगों को मुफ्त में शुद्ध पानी एवं शुद्ध वायु मिल जाती है।  गांव में आज जागरूकता की कमी है। जिस दिन यहां जागरुकता आ जाएगी तभी गांव आगे बढ़ेगा। गांव के विकास से ही देश का विकास जुड़ा है। गांव के लोगों का सोच एवं विचार शहर के लोगों की अपेक्षा बहुत अच्छी है। शहरों में लोग एक दूसरे से अलग थलग रहते हैं। जबकि गांव में आज भी लोग एक दूसरे के सुख दुख में शामिल होते हैं। एक दूसरे के बीच प्रेम और दर्द दोनों बांटते हैं फुलका गांव में आज विकास की जरूरत है। फुलका उच्च विद्यालय के कई छात्र छात्राएं देश विदेश में अपना परचम लहरा रहे हैं। अगर यह मध्य विद्यालय एवं उच्च विद्यालय की स्थापना नहीं होती तो शायद तो यहां का समाज अंधकारमय होता। इस मौके पर अतिथियों ने गरीब, असहाय एवं विकलांगों के बीच कंबल वितरण किया। डॉ रंजन यादव रंजीत कुमार, साश्वत रंजन एवं कार्तिक कुमार ने संगीतमय कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। समारोह के संयोजक संजय यादव एवं मंच संचालक अनिल घोष थे। मौके पर महेश सिंह यादव, विद्यानंद, नंदकिशोर यादव, राजेंद्र यादव, ब्रम्हदेव मंडल, अंबिका यादव, विनय यादव मौजूद थे।