रेलवे के आला अधिकारियों के आगमन पर ही चलाया जाता है फव्वारा
जमालपुर। जमालपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा फव्वारा सुबह की व अमूल्य वस्तु बन कर रह गई है, जिसका आनंद सिर्फ रेलवे के आला अधिकारी ही ले सकते हैं। वैसे तो जमालपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा फव्वारा जमालपुर स्टेशन की भव्यता को बढ़ाने एवं यात्रियों के आनंद के लिए लगाया गया है। मगर इस फव्वारे का आनंद केवल रेल के मालदा मंडल के अधिकारी अथवा पूर्व रेलवे जोन के अधिकारी ही ले सकते हैं। अधिकारियों के जमालपुर से जाते ही फव्वारे को बंद कर दिया जाता है ताकि हम लोग इसका लुत्फ ना उठा सकें। रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों ने इस फव्वारे को अधिकारियों के शोभा की वस्तु बना कर रख दिया है।
अधिकारियों के जाने के बाद फव्वारा में महीनों तक रहता है जलजमाव
जमालपुर में रेलवे के आला अधिकारियों के आने के बाद ही रेलवे स्टेशन परिसर में लगे फव्वारे को चलाया जाता है। लेकिन अधिकारियों के जाते ही इस फव्वारे में भरे पानी को ज्यों का त्यों छोड़ दिया जाता है। जिससे कई महीनों तक फव्वारे में जलजमाव की स्थिति होती है। इस जलजमाव की वजह से मच्छर व अन्य प्रकार के जीवाणु इसमें पनपने लगते हैं। फव्वारे में जमे साफ पानी में डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर पनपने का डर बना रहता है। रेलवे की लापरवाही की वजह से डेंगू व चिकनगुनिया जैसे रोग वाहक मच्छर इस फव्वारे में जमा पानी में पैदा हो सकते हैं।
पर्व और उत्सव पर भी नहीं चलाया जाता है फव्वारा
जमालपुर शहर में हिंदू मुस्लिम सिख एवं इसाई चारों धर्मों के लोग निवास करते हैं। यहां चारों धर्मों के पर्व एवं उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है। सभी पर्वों में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों को सजाया जाता है। मगर रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों को भारतीय पर्व एवं उत्सव से कोई सरोकार नहीं लगता। किसी भी पर्व या उत्सव में जमालपुर स्टेशन पर लगे फव्वारे को नहीं चलाया जाता है।
क्रिसमस पर वीरान पड़ा रहा फव्वारा
जमालपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा फव्वारा क्रिसमस पर्व के दिन भी नहीं चलाया गया। क्रिसमस के मौके पर अन्य शहरों में रह रहे लोग यहां क्रिसमस मनाने अपने घर आए। उन्हें जमालपुर स्टेशन के बाहर लगा फव्वारा भी वीरान स्थिति में नजर आया। यात्रियों की शिकायत है कि वह जब भी जमालपुर स्टेशन आते हैं तो उन्हें यह फव्वारा वीरान स्थिति में ही नजर आता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
स्टेशन अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि फव्वारे के रखरखाव एवं इसके संचालन को लेकर उनके पास स्टाफ की कमी है। जिस कारण वह रोजाना फव्वारे को चला पाने में असमर्थ है। वही जलजमाव की स्थिति पर उन्होंने कहा कि पिछले दिनों लगातार रेलवे के बढ़िया अधिकारियों का जमालपुर में आगमन बना रहा। आगे भी कई अधिकारियों के आने की उम्मीद है जिस कारण फव्वारे में से पानी नहीं निकाला गया है।
क्या कहते हैं लोग
सामाजिक कार्यकर्ता साईं शंकर ने कहा कि जमालपुर रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों को रोजाना फव्वारा चलाए जाने के लिए विशेष इंतजाम करनी चाहिए। अगर रेल प्रशासन इसे रोजाना चला पाने में असक्षम है तो इसे हटाकर यहां कोई अन्य व्यवस्था कर देनी चाहिए।
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