मुंगेर/धरहरा ।। उप-सम्पादक प्रिंस दिलखुश व लालमोहन महाराज की रिपोर्ट ।। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत खुले में शौंच से मुक्त करने के लिए एक ओर जहां जिले के पदाधिकारी व कर्मचारी दिन-रात एक किए हुए हैं, वहीं दूसरी ओर जनता के प्रतिनिधियों के घर शौचालय नहीं होना सरकार के इस अभियान की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। धरहरा प्रखंड के विभिन्न गांवों का दौरा करने आए जिला समन्वयक नीरज कुमार सारोबाग पंचायत पहुंचे, तो वहां के सरपंच व कई वार्ड सदस्यों के घर भी शौचालय नहीं होने की बात सुनकर विफर पड़े। उन्होंने कहा कि जब जनता के प्रतिनिध ही खुले में शौच करेंगे, तो ग्रामीणों को खुले में शौच करने से कैसे रोका जा सकेगा। खुले में शौच से मुक्त करने के लिए सरकार द्वारा बनाई गई योजना व इसकी महत्ता के बारे में ग्रामीणों से पहले जनता के प्रतिनिधियों को समझना होगा। इसपर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए समन्वयक ने जनता के प्रतिनिधियों को हर हाल में अपने घरों में शौचालय बनाने के लिए 5 नवम्बर तक का अल्टीमेटम दिया। साथ ही पंचायत के सभी वार्डों को आगामी 15 नवम्बर तक खुले में शौच से मुक्त करने हेतु शौचालय निर्माण के लिए पंचायत के मुखिया अमिरका देवी को निर्देश दिया। हालांकि पंचायत के वार्ड संख्या 10 व 13 में बनाए गए शौचलय के लिए मुखिया को धन्यवाद दिया। वहीं अमारी पंचायत के कई वार्डों के भ्रमण के दौरान जिला समन्वयक नीरज कुमार ने ग्रामीणों को खुले में शौच के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए कहा कि खुले में शौच के दौरान खासकर महिलाओं के साथ कई अप्रिय घटना घटित हुई है। अपने घर की महिलाओं की ईज्जत सुरक्षित रखने के लिए घर में शौचालय होना आवश्यक है। शौचालय को शौचालय नही ईज्जत घर समझकर बनाएं। साथ ही उन्होंने खुले में शोच की वजह से फैलने वाली गंभीर बिमारियों के बारे में भी ग्रामीणों को अवगत कराया। इस दौरान प्रखंड समन्वयक मो शाहबाज आलम, सारोबाग मुखिया प्रतिनिधि रणवीर यादव उर्फ राणा यादव, अमित कुमार, संतोष कुमार, नीरू निरंजन राम, अमारी के वार्ड सदस्य पांडव गुप्ता नीरज यादव ने भी गांव का भ्रमण किया।
Friday, 20 October 2017
सरपंच के घर शौचालय नहीं बने होने पर बिफरे समन्वयक
मुंगेर/धरहरा ।। उप-सम्पादक प्रिंस दिलखुश व लालमोहन महाराज की रिपोर्ट ।। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत खुले में शौंच से मुक्त करने के लिए एक ओर जहां जिले के पदाधिकारी व कर्मचारी दिन-रात एक किए हुए हैं, वहीं दूसरी ओर जनता के प्रतिनिधियों के घर शौचालय नहीं होना सरकार के इस अभियान की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। धरहरा प्रखंड के विभिन्न गांवों का दौरा करने आए जिला समन्वयक नीरज कुमार सारोबाग पंचायत पहुंचे, तो वहां के सरपंच व कई वार्ड सदस्यों के घर भी शौचालय नहीं होने की बात सुनकर विफर पड़े। उन्होंने कहा कि जब जनता के प्रतिनिध ही खुले में शौच करेंगे, तो ग्रामीणों को खुले में शौच करने से कैसे रोका जा सकेगा। खुले में शौच से मुक्त करने के लिए सरकार द्वारा बनाई गई योजना व इसकी महत्ता के बारे में ग्रामीणों से पहले जनता के प्रतिनिधियों को समझना होगा। इसपर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए समन्वयक ने जनता के प्रतिनिधियों को हर हाल में अपने घरों में शौचालय बनाने के लिए 5 नवम्बर तक का अल्टीमेटम दिया। साथ ही पंचायत के सभी वार्डों को आगामी 15 नवम्बर तक खुले में शौच से मुक्त करने हेतु शौचालय निर्माण के लिए पंचायत के मुखिया अमिरका देवी को निर्देश दिया। हालांकि पंचायत के वार्ड संख्या 10 व 13 में बनाए गए शौचलय के लिए मुखिया को धन्यवाद दिया। वहीं अमारी पंचायत के कई वार्डों के भ्रमण के दौरान जिला समन्वयक नीरज कुमार ने ग्रामीणों को खुले में शौच के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए कहा कि खुले में शौच के दौरान खासकर महिलाओं के साथ कई अप्रिय घटना घटित हुई है। अपने घर की महिलाओं की ईज्जत सुरक्षित रखने के लिए घर में शौचालय होना आवश्यक है। शौचालय को शौचालय नही ईज्जत घर समझकर बनाएं। साथ ही उन्होंने खुले में शोच की वजह से फैलने वाली गंभीर बिमारियों के बारे में भी ग्रामीणों को अवगत कराया। इस दौरान प्रखंड समन्वयक मो शाहबाज आलम, सारोबाग मुखिया प्रतिनिधि रणवीर यादव उर्फ राणा यादव, अमित कुमार, संतोष कुमार, नीरू निरंजन राम, अमारी के वार्ड सदस्य पांडव गुप्ता नीरज यादव ने भी गांव का भ्रमण किया।
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