एनएच न्यूज़ लाइव बिहार के लिए सजीत कुमार की रिपोर्ट।
Edited by Prince Dilkhush
👉बहन व भाई को भी किया गंभीर रूप से घायल।पटना रेफेर।
👉मामला ईस्ट कॉलोनी थाने के बड़ी आशिकपुर का।मोहल्ले में पसरा मातम का साया।
जमालपुर।खुशियों के पर्व रक्षाबंधन को जहाँ पूरे देश मे आज मनाया जा रहा है वही भाई अपने बहन की रक्षा करने की कसमें खा रहे है। वही जमालपुर में एक भाई ने अपनी ही चचेरी बहन पर जानलेवा हमला कर भाई बहन के रिस्ते को कलंकित करने का काम किया। इस भाई ने न सिर्फ बहन को चचेरे भाई पर धारदार हथियार से वार कर चाचा व भाभी की निर्मम हत्या कर दिया।
रविवार की रात सत्तन हाड़ी बांका बौशी से अपने चचेरी बहन रंजीता देवी के यहाँ आया था बहन ने अपने चचेरे भाई को देख चेहरे पर अलग सी मुस्कान थी कि उसने सपना संजोया हुआ था कि दोनों भाइयों को एक साथ राखी बाँधूँगी लेकिन ये सपना उसका सपना ही रह गया। रात को सब लोग एक साथ खाना पीना खाकर सो गए लेकिन उन्हें क्या पता था कि आज की रात उनकी अंतिम रात होगी। रंजीता के घर वाले उनके नापाक इरादों को नही भाप सके। सत्तन हांडी ने रक्षाबंधन के दिन ही अपने चाचा जगदीश राम, व उनकी बहू सीमा देवी की सोयें हुए अवस्था मे गला रेतकर उनकी हत्या कर दी और अपने चचेरे भाई व बहन पर भी जानलेवा हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। सत्तन हांडी अपने भाई और बहन को भी जान से मारना चाहता था। वैसे ये मामला ज़मीनी व संपत्ति विवाद को लेकर वर्षो से प्रतीत होता है जिसका बदला लेने के फिराक में सत्तन हांडी था पर यह दिन रक्षाबंधन होगा किसी ने नही सोचा होगा।
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👉बहन व भाई को भी किया गंभीर रूप से घायल।पटना रेफेर।
👉मामला ईस्ट कॉलोनी थाने के बड़ी आशिकपुर का।मोहल्ले में पसरा मातम का साया।
जमालपुर।खुशियों के पर्व रक्षाबंधन को जहाँ पूरे देश मे आज मनाया जा रहा है वही भाई अपने बहन की रक्षा करने की कसमें खा रहे है। वही जमालपुर में एक भाई ने अपनी ही चचेरी बहन पर जानलेवा हमला कर भाई बहन के रिस्ते को कलंकित करने का काम किया। इस भाई ने न सिर्फ बहन को चचेरे भाई पर धारदार हथियार से वार कर चाचा व भाभी की निर्मम हत्या कर दिया।
रविवार की रात सत्तन हाड़ी बांका बौशी से अपने चचेरी बहन रंजीता देवी के यहाँ आया था बहन ने अपने चचेरे भाई को देख चेहरे पर अलग सी मुस्कान थी कि उसने सपना संजोया हुआ था कि दोनों भाइयों को एक साथ राखी बाँधूँगी लेकिन ये सपना उसका सपना ही रह गया। रात को सब लोग एक साथ खाना पीना खाकर सो गए लेकिन उन्हें क्या पता था कि आज की रात उनकी अंतिम रात होगी। रंजीता के घर वाले उनके नापाक इरादों को नही भाप सके। सत्तन हांडी ने रक्षाबंधन के दिन ही अपने चाचा जगदीश राम, व उनकी बहू सीमा देवी की सोयें हुए अवस्था मे गला रेतकर उनकी हत्या कर दी और अपने चचेरे भाई व बहन पर भी जानलेवा हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। सत्तन हांडी अपने भाई और बहन को भी जान से मारना चाहता था। वैसे ये मामला ज़मीनी व संपत्ति विवाद को लेकर वर्षो से प्रतीत होता है जिसका बदला लेने के फिराक में सत्तन हांडी था पर यह दिन रक्षाबंधन होगा किसी ने नही सोचा होगा।
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