एनएच लाइव बिहार से प्रिंस दिलखुश।
राष्ट्रीय स्तर👉आप 10वीं पास हैं या फिर आईटीआई का कोई कोर्स कर रहे हैं, तो अब आप देश की बड़ी कंपनियों के साथ ट्रेनिंग ले सकते हैं। सिर्फ 10वीं और आईटीआई नहीं, बल्कि 11वीं-12वीं पास भी इस प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते हैं। दो साल का यह ट्रेनिंग प्रोग्राम आपको न सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में काम करने के लिए तैयार करता है, बल्कि आपकी जॉब भी सिक्योर होती है।
यह प्रोग्राम एजुकेशनल फाउंडेशन NTTF की तरफ से चलाया जा रहा है। NTTF का लर्न एंड अर्न प्रोग्राम सिर्फ 10वीं-12वीं पास करने वालों के लिए नहीं है, बल्कि यह प्रोग्राम उन लोगों के लिए भी है, जो फेल हुए हैं या फिर वे कोर्स करके घर बैठे हुए हैं।
NTTF के मार्केटिंक हेड आनंद ने बताया कि यह दो साल का ट्रेनिंग प्रोग्राम है। इसके तहत चुने गए स्टूडेंट्स को देश की कई बड़ी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ ट्रेनिंग लेने का मौका मिलता है। इस दौरान उन्हें हर महीने औसतम 8500 रुपए का स्टाइपेंड भी दिया जाता है। स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग प्रोग्राम खत्म होने तक किसी भी तरह की फीस नहीं देनी पड़ती है।
सरकार के साथ मिलकर काम करती है NTTF.
इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के इस प्रोग्राम को चला रहे संस्थान नेट्टूर टेक्निकल फाउंडेशन (NTTF) एक एजुकेशन फाउंडेशन है। इसकी शुरुआत 1963 में हुई थी।
NTTF केंद्र सरकार के नेशनल एम्प्लॉएब्लिटी एनहांसमेंट मिशन (NEEM) रेग्युलेशन 2013 के तहत काम करती है। ऐेसे में फाउंडेशन के लर्न एंड अर्न प्रोग्राम के तहत ट्रेनी के तौर पर चुने जाने वाले सभी लोग NEEM ट्रेनी होते हैं।
दो साल के इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को पूरा करने के बाद NTTF की तरफ से सर्टिफिकेट भी दिया जाता है। यही नहीं, ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आप चाहें तो मौजूदा कंपनी के साथ ही फुल टाइम इम्प्लॉई के तौर पर जुड़ सकते हैं या फिर आप दूसरी कंपनी में भी स्वेच्छा से जा सकते हैं।
ऐसे करें इस प्रोग्राम में एनरॉल।
NTTF के मार्केटिंग हेड आनंद बताते हैं कि इस प्रोग्राम में 18 से 23 साल के युवा ही भाग ले सकते हैं। इस प्रोग्राम में एनरॉल होने के इच्छुक युवाओं को एक एंटरेंस टेस्ट देना पड़ता है। उन्हें NTTF के स्क्रीनिंग टेस्ट को भी पास करना होगा।
मौजूदा समय में इस प्रोग्राम में देशभर से 1500 युवाओं को चुना जाता है। कुल 40 बैच मल्टीपल एंट्री और एग्जिट स्कीम के जरिए इस प्रोग्राम में शामिल होते हैं। फाउंडेशन की कोशिश इस साल के अंत तक युवाओं की संख्या को 2000 तक बढ़ाना है।
देशभर में NTTF लर्न एंड अर्न सेंटर्स हैं।
इनकी जानकारी आपको www.nttftrg.com पर मिल जाएगी। सेंटर में जाकर आप एंट्रेंस टेस्ट समेत प्रोग्राम की अन्य डिटेल्स भी हासिल कर सकते है।
10वीं और ITI पास को ट्रेनिंग दे रही ये संस्था, हर महीने मिलेंगे 8500 रुपए।
NTTF के इस प्रोग्राम के तहत चुने जाने वाले युवाओं को अशोक लेलैंड समेत अन्य कंपनियों की फैसिलिटीज में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। हफ्ते में एक दिन थियरी क्लास और 5 दिन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होती है।
ट्रेनिंग के दौरान युवाओं के एजुकेशन और राज्य के हिसाब से स्टाइपेंड भी दिया जाता है। यह स्टाइपेंट राज्य दर राज्य अलग हो सकता है। आनंद के मुताबिक औसतन यह 8500 रुपए होता है। हालांकि 10 हजार तक भी यह पहुंच सकता है।
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पहले तो आपको उसी इंडस्ट्री में जॉब मिल जाती है, जिसमें आप ट्रेनिंग ले रहे हैं। अगर आप उसमें जॉब नहीं करना चाहते, तो अपनी मर्जी की कंपनी में अप्लाई कर सकते हैं।
इन कंपनियों के साथ ट्रेनिंग लेने का मिलेगा मौका।
NTTF के इस प्रोग्राम से फिलहाल 10 से भी ज्यादा इंडस्ट्रीज जुड़ी हुई है1 इनके साथ आप न सिर्फ ट्रेनिंग करेंगे, बल्कि आगे जाकर इनके साथ आपको जॉब करनेक का मौका भी मिलता है।
ये इंडस्ट्रीज हैं इस प्रोग्राम में शामिल :-
- अशोक लेलैंड, पंतनगर, उत्तराखंड।
- सेंट गोबेन, श्रीपेरुमबुदुर, तमिलनाडु।
- विप्रो इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियर, बेंगलुरु।
-किर्लोस्कर टोयोटा टेक्सटाइल मशीनरी लिमिटेड, बेंगलुरु।
- एस मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम्स, बेंगलुरु।
राष्ट्रीय स्तर👉आप 10वीं पास हैं या फिर आईटीआई का कोई कोर्स कर रहे हैं, तो अब आप देश की बड़ी कंपनियों के साथ ट्रेनिंग ले सकते हैं। सिर्फ 10वीं और आईटीआई नहीं, बल्कि 11वीं-12वीं पास भी इस प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते हैं। दो साल का यह ट्रेनिंग प्रोग्राम आपको न सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में काम करने के लिए तैयार करता है, बल्कि आपकी जॉब भी सिक्योर होती है।
यह प्रोग्राम एजुकेशनल फाउंडेशन NTTF की तरफ से चलाया जा रहा है। NTTF का लर्न एंड अर्न प्रोग्राम सिर्फ 10वीं-12वीं पास करने वालों के लिए नहीं है, बल्कि यह प्रोग्राम उन लोगों के लिए भी है, जो फेल हुए हैं या फिर वे कोर्स करके घर बैठे हुए हैं।
NTTF के मार्केटिंक हेड आनंद ने बताया कि यह दो साल का ट्रेनिंग प्रोग्राम है। इसके तहत चुने गए स्टूडेंट्स को देश की कई बड़ी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ ट्रेनिंग लेने का मौका मिलता है। इस दौरान उन्हें हर महीने औसतम 8500 रुपए का स्टाइपेंड भी दिया जाता है। स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग प्रोग्राम खत्म होने तक किसी भी तरह की फीस नहीं देनी पड़ती है।
सरकार के साथ मिलकर काम करती है NTTF.
इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के इस प्रोग्राम को चला रहे संस्थान नेट्टूर टेक्निकल फाउंडेशन (NTTF) एक एजुकेशन फाउंडेशन है। इसकी शुरुआत 1963 में हुई थी।
NTTF केंद्र सरकार के नेशनल एम्प्लॉएब्लिटी एनहांसमेंट मिशन (NEEM) रेग्युलेशन 2013 के तहत काम करती है। ऐेसे में फाउंडेशन के लर्न एंड अर्न प्रोग्राम के तहत ट्रेनी के तौर पर चुने जाने वाले सभी लोग NEEM ट्रेनी होते हैं।
दो साल के इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को पूरा करने के बाद NTTF की तरफ से सर्टिफिकेट भी दिया जाता है। यही नहीं, ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आप चाहें तो मौजूदा कंपनी के साथ ही फुल टाइम इम्प्लॉई के तौर पर जुड़ सकते हैं या फिर आप दूसरी कंपनी में भी स्वेच्छा से जा सकते हैं।
ऐसे करें इस प्रोग्राम में एनरॉल।
NTTF के मार्केटिंग हेड आनंद बताते हैं कि इस प्रोग्राम में 18 से 23 साल के युवा ही भाग ले सकते हैं। इस प्रोग्राम में एनरॉल होने के इच्छुक युवाओं को एक एंटरेंस टेस्ट देना पड़ता है। उन्हें NTTF के स्क्रीनिंग टेस्ट को भी पास करना होगा।
मौजूदा समय में इस प्रोग्राम में देशभर से 1500 युवाओं को चुना जाता है। कुल 40 बैच मल्टीपल एंट्री और एग्जिट स्कीम के जरिए इस प्रोग्राम में शामिल होते हैं। फाउंडेशन की कोशिश इस साल के अंत तक युवाओं की संख्या को 2000 तक बढ़ाना है।
देशभर में NTTF लर्न एंड अर्न सेंटर्स हैं।
इनकी जानकारी आपको www.nttftrg.com पर मिल जाएगी। सेंटर में जाकर आप एंट्रेंस टेस्ट समेत प्रोग्राम की अन्य डिटेल्स भी हासिल कर सकते है।
10वीं और ITI पास को ट्रेनिंग दे रही ये संस्था, हर महीने मिलेंगे 8500 रुपए।
NTTF के इस प्रोग्राम के तहत चुने जाने वाले युवाओं को अशोक लेलैंड समेत अन्य कंपनियों की फैसिलिटीज में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। हफ्ते में एक दिन थियरी क्लास और 5 दिन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होती है।
ट्रेनिंग के दौरान युवाओं के एजुकेशन और राज्य के हिसाब से स्टाइपेंड भी दिया जाता है। यह स्टाइपेंट राज्य दर राज्य अलग हो सकता है। आनंद के मुताबिक औसतन यह 8500 रुपए होता है। हालांकि 10 हजार तक भी यह पहुंच सकता है।
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पहले तो आपको उसी इंडस्ट्री में जॉब मिल जाती है, जिसमें आप ट्रेनिंग ले रहे हैं। अगर आप उसमें जॉब नहीं करना चाहते, तो अपनी मर्जी की कंपनी में अप्लाई कर सकते हैं।
इन कंपनियों के साथ ट्रेनिंग लेने का मिलेगा मौका।
NTTF के इस प्रोग्राम से फिलहाल 10 से भी ज्यादा इंडस्ट्रीज जुड़ी हुई है1 इनके साथ आप न सिर्फ ट्रेनिंग करेंगे, बल्कि आगे जाकर इनके साथ आपको जॉब करनेक का मौका भी मिलता है।
ये इंडस्ट्रीज हैं इस प्रोग्राम में शामिल :-
- अशोक लेलैंड, पंतनगर, उत्तराखंड।
- सेंट गोबेन, श्रीपेरुमबुदुर, तमिलनाडु।
- विप्रो इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियर, बेंगलुरु।
-किर्लोस्कर टोयोटा टेक्सटाइल मशीनरी लिमिटेड, बेंगलुरु।
- एस मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम्स, बेंगलुरु।
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