मुंगेर(एनएच न्यूज़ लाइव के लिए सुजित कुमार की रिपोर्ट।)
Edited by:Prince Dilkhush.
जमालपुर - एक तो ट्रेनों के विलम्ब परिचालन से यात्री पहले से ही परेशान हैं उसके बाद पानी की किल्लत ने यात्रियों मुसीबतें और बढ़ दी है। मॉडल स्टेशन पर पानी की किल्लत है। रेलवे का सप्लाई पानी गर्म आने से पीने लायक नहीं है। ठंडा पानी मुहैया के लिए लगाई गई आरओ भी साथ नहीं दे रहा है। एक ठंडे मशीन पर यात्रियों को प्यास बुझानी के लिए मारामारी करना पड़ रहा है। 4 प्लेटफार्म पर एक फ्रीजर से पानी लेने के लिए यात्रियों का हुजूम उमड़ रहा है। यात्री 2,3 और 4 नम्बर से पानी लेने के लिए एक नम्बर पर आ रहे हैं।
रेलवे की उदासीनता से बढ़ी परेशानी
स्टेशन पर भी पानी के लिए यात्रियों को तरसना पड़ रहा है। पेयजल के लिए यात्रियों के लिए यह फजीहत पानी की किल्लत से नहीं बल्कि रेलवे प्रशासन की यात्रियों के प्रति उदासीनता से हो रहा है। वाटर प्वाइंट तो दर्जनों हैं लेकिन कारगर गिनती के हैं जहां ट्रेन रुकते ही यात्रियों की भीड़ जुट जा रही है। ठेलमठेल में यात्रियों के बीच तकरार भी हो रही है। प्लेट फार्म नंबर 2 व 3 की बात करें या अन्य की। सभी के हालात कमोवेश एक जैसे हैं। एक प्वाइंट पर एक टोटी काम कर रही है शेष खराब पड़ी है।
बोतलबंद से चल रहा काम
पानी भरने के दौरान गंदा पानी भी बोतल में भर रहा है लेकिन यात्रियों की मजबूरी है क्या करें, दूसरा कोई उपाय नहीं। इस गर्मी में रेलवे स्टेशन का यह हाल निश्चित रूप से चिंतनीय है। यात्रा के दौरान यात्री को कितनी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है यह दर्द वही जानता है। रेलवे प्रशासन द्वारा पानी के लिए यात्रियों को उचित सुविधा ना देने के कारण भीषण गर्मी में प्यास बुझाने के लिए यात्रियों को मनमाने दामों पर बोतल बंद पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। रेलवे प्रशासन की इस लापरवाही के कारण यात्रियों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
ट्रेन छूटने का डर
ट्रेनों के रूकते ही बोतलों में पानी भरने के लिए प्लेटफार्मों पर उतरने वाले यात्रियों को पानी भरने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। 3 नम्बर और 2 नम्बर पर यात्री उतरकर पल्टफॉर्म एक पर पहुचंते है। कभी-कभी तो पानी भरने के चक्कर में ट्रेनों के छूटने का भी भय बना होता है। ऐसे में यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाती है। ऐसे में यात्रियों को बोतल बंद पानी खरीदना मजबूरी बन जाता है।
Edited by:Prince Dilkhush.
जमालपुर - एक तो ट्रेनों के विलम्ब परिचालन से यात्री पहले से ही परेशान हैं उसके बाद पानी की किल्लत ने यात्रियों मुसीबतें और बढ़ दी है। मॉडल स्टेशन पर पानी की किल्लत है। रेलवे का सप्लाई पानी गर्म आने से पीने लायक नहीं है। ठंडा पानी मुहैया के लिए लगाई गई आरओ भी साथ नहीं दे रहा है। एक ठंडे मशीन पर यात्रियों को प्यास बुझानी के लिए मारामारी करना पड़ रहा है। 4 प्लेटफार्म पर एक फ्रीजर से पानी लेने के लिए यात्रियों का हुजूम उमड़ रहा है। यात्री 2,3 और 4 नम्बर से पानी लेने के लिए एक नम्बर पर आ रहे हैं।
रेलवे की उदासीनता से बढ़ी परेशानी
स्टेशन पर भी पानी के लिए यात्रियों को तरसना पड़ रहा है। पेयजल के लिए यात्रियों के लिए यह फजीहत पानी की किल्लत से नहीं बल्कि रेलवे प्रशासन की यात्रियों के प्रति उदासीनता से हो रहा है। वाटर प्वाइंट तो दर्जनों हैं लेकिन कारगर गिनती के हैं जहां ट्रेन रुकते ही यात्रियों की भीड़ जुट जा रही है। ठेलमठेल में यात्रियों के बीच तकरार भी हो रही है। प्लेट फार्म नंबर 2 व 3 की बात करें या अन्य की। सभी के हालात कमोवेश एक जैसे हैं। एक प्वाइंट पर एक टोटी काम कर रही है शेष खराब पड़ी है।
बोतलबंद से चल रहा काम
पानी भरने के दौरान गंदा पानी भी बोतल में भर रहा है लेकिन यात्रियों की मजबूरी है क्या करें, दूसरा कोई उपाय नहीं। इस गर्मी में रेलवे स्टेशन का यह हाल निश्चित रूप से चिंतनीय है। यात्रा के दौरान यात्री को कितनी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है यह दर्द वही जानता है। रेलवे प्रशासन द्वारा पानी के लिए यात्रियों को उचित सुविधा ना देने के कारण भीषण गर्मी में प्यास बुझाने के लिए यात्रियों को मनमाने दामों पर बोतल बंद पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। रेलवे प्रशासन की इस लापरवाही के कारण यात्रियों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
ट्रेन छूटने का डर
ट्रेनों के रूकते ही बोतलों में पानी भरने के लिए प्लेटफार्मों पर उतरने वाले यात्रियों को पानी भरने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। 3 नम्बर और 2 नम्बर पर यात्री उतरकर पल्टफॉर्म एक पर पहुचंते है। कभी-कभी तो पानी भरने के चक्कर में ट्रेनों के छूटने का भी भय बना होता है। ऐसे में यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाती है। ऐसे में यात्रियों को बोतल बंद पानी खरीदना मजबूरी बन जाता है।