Saturday, 11 November 2017

एफआईआर दर्ज नहीं करने में जमालपुर थाना अव्वल : इंद्रदेव दास





टॉप टेन की श्रेणी में तीसरे स्थान हासिल के लिए  संभावित आदर्श थाना जमालपुर इन दिनों याचिकाकर्ताओं की शिकायत के संबंध में प्राथमिकी ना दर्ज कर किसी ख़ास पक्ष को फ़ायदा पहुंचाने की कोशिश में एक बार फिर घिरती नजर रही है। उक्त बातें राकंपा नेता इंद्रदेव दास ने एक साक्षात्कार के दौरान कही। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां आदर्श थाना जमालपुर पूर्व के कुछ थानाध्यक्षों व पुलिस पदाधिकारियों की कुशल पुलिसिंग व्यवस्था व सतर्कता की वजह से अपराध नियंत्रण के मामले में टॉप टेन की श्रेणी में पहुंच सका है। जमालपुर थाना क्षेत्र से अपराध का ग्राफ घटाने में कई वरीय पुलिस पदाधिकारियों का भी सहयोग प्राप्त हुआ है। जिनकी बदौलत आज जमालपुर में अपराधियों का मनोबल काफी हद तक गिरा है। जमालपुर थाना में अपने कुछ समय के कार्यकाल के दौरान ऑन-स्पॉट फैसला कर दोनों पक्षों में सुलह कराने वाले एक पुलिस पदाधिकारी ने जो लोगों का स्नेह बटोरा उससे आम जनता के बीच कानून व पुलिस के प्रति विश्वास काफी हद तक बढ़ा। पुलिस और पब्लिक के बीच बढ़े समन्वय की वजह से जमालपुर में अपराध घटा है। इन आंकड़ो की वजह से ही आदर्श थाना टॉप टेन की श्रेणी में तीसरा स्थान हासिल करने की स्थिति में पहुंचा है। मगर इन दिनों जमालपुर थाना की गिरती कार्यप्रणाली से तो यही प्रतीत होता है कि आने वाले समय में जमालपुर थाना टॉप 50 की श्रेणी से भी बाहर हो जाएगा। वर्तमान थानाध्यक्ष जाति-धर्म और दलालों की चाबी पर काम कर रहा है। अपराधी अपने काम को अंजाम देते हैं और जब पीड़ित अपनी फ़रियाद लेकर आता है तो उसे वापस लौटा दिया जाता है। उसके आवेदन पर कार्रवाई करना तो दूर उसके आवेदन पर मामला तक दर्ज नहीं किया जाता है। बीते कुछ सप्ताह के दौरान भी दर्जनों ऐसे मामले आए, जिनपर संज्ञान लेना तो दूर थानाध्यक्ष ने फरियादी का आवेदन ही लौटा दिया। मामला चाहे छोटी केशोपुर स्थित मोबाइल टावर का है, जिसमें थानाध्यक्ष विश्वबंधु अपने ड्राईवर के निकट पड़ोसी के प्रभाव में आकर शिकायतकर्ता देवमुणी को डरा-धमका कर भगा देते हैं। एक अन्य छोटी केशोपुर निवासी करीब 80 वर्षीय पंचा देवी को उनके बेटे द्वारा प्रताड़ित किए जाने के मामले में थानाध्यक्ष विश्वबंधु ने ड्राईवर के पहचान वाले की मदद करते हुए मामला दर्ज करने से इनकार किया।
एक ताजा मामले में थानाध्यक्ष विश्वबंधु एक ओर प्रधानमंत्री को गाली देने वाले वीडियो को वायरल करने का दोषी ठहराते हुए पूर्व जदयू नेता राजीव नयन के खिलाफ मामला दर्ज करते हैं। वहीं, इसी वीडियो को वायरल करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता विक्की आनंद के खिलाफ मामला दर्ज करने की जहमत तक नहीं उठाते। थानाध्यक्ष विश्वबंधु पर कई ऐसे संगीन आरोप गठित है जिसको लेकर मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसके अलावा एक अन्य मामले में केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से वर्तमान थानाध्यक्ष की कार्यप्रणाली की जांच की जा रही है। 

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