Friday, 14 December 2018

पेंशन अदालत लगाकर दर्जनों मामलों की की गई सुनवाई, पेंशन रिवीजन के 368 मामले आए



जमालपुर। पूर्व रेलवे  हावड़ा जोन के निर्देश पर रेल इंजन कारखाना जमालपुर के तत्वाधान में शुक्रवार को केंद्रीय संस्थान परिसर में रेल कारखाना के सेवानिवृत्त रेल कर्मियों की पेंशन संबंधित शिकायतों की सुनवाई के लिए पेंशन अदालत  लगाई गई। मुख्य कारखाना प्रबंधक दयानिधि मरांडी ने पेंशन अदालत की अध्यक्षता की। पेंशन अदालत के अंतर्गत वर्ष 2016 से पूर्व सेवानिवृत्त हुए रेल कर्मियों की पेंशन एवं मृतक रेलकर्मी के परिजनों के पारिवारिक पेंशन से जुड़े मामलों की सुनवाई की गई। पेंशन अदालत में कुल 464 मामले आए। जिनमें 368 पेंशन पुनरीक्षण एवं 21 मामले पेंशन से जुड़ी अन्य मामले शामिल थे। मुख्य कारखाना प्रबंधक ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। मामलों के ऑन स्पॉट निपटारा के लिए रेल कारखाना के अधिकारियों को न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। इस दौरान  पेंशन पुनरीक्षण के सभी मामलों  का निपटारा करते हुए आवेदकों को पीपीओ सौंपा गया। रेल कारखाना जमालपुर के जनसंपर्क पदाधिकारी सह सहायक कल्याण पदाधिकारी राजीव कुमार, डब्ल्यूपीओ गुनाधर मंडल, कारखाना लेखाधिकारी आशुतोष यादव, सहायक कार्मिक अधिकारी अशोक कुमार दीक्षित, पेंशनर्स एसोसिएशन के सचिव उमाकांत प्रसाद, कार्यालय अधीक्षक अजय कुमार सिंह, विजय कुमार गुप्ता, ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस के सरगुन यादव, ऑल इंडिया एससी-एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन के सचिव चांदसी पासवान, विभिन्न बैंकों के पदाधिकारी एवं अन्य यूनियनों के पदाधिकारी मौजूद थे।

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