मेयर एवं मुख्य पार्षद पद के संभावित उम्मीदवार ठोक रहे ताल
कोरोना के तीसरे लहर के बीच उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख के चुनाव आयोग द्वारा ऐलान किए जाने के बाद बिहार में होने वाले विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे वाले 24 सीटों पर चुनाव और उसके बाद अप्रैल-मई महीने में नगर निकाय अंतर्गत नगर निगम, नगर परिषद तथा नगर पंचायत के चुनाव संपन्न कराने को लेकर संभावनाएं प्रबल हो गई है।
मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद को सीधे चुनेगी जनता
राज्य सरकार ने बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 में संशोधन का अध्यादेश लाकर मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के लिए प्रत्यक्ष चुनाव का नियम लागू कर दिया है। विगत सप्ताह राजभवन द्वारा बिहार नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2022 को मिली मंजूरी के बाद सरकार ने इससे जुड़ा गजट भी जारी कर दिया है। बिहार नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2022 के अनुसार बिहार के सभी शहरी निकायों में इस साल होने वाले चुनाव में मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद का चुनाव सीधे जनता के वोट से होगा।
चुनावी सरगर्मी के बीच संभावित उम्मीदवारों की सूची
बिहार नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2022 लागू होने के बाद बिहार में राजनीतिक नगर निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी बढ़ गई है। बिहार में नगर निकाय चुनाव राजनीतिक पार्टी स्तर पर कराए जाने को लेकर जो कयास लगाए जा रहे थे, फिलहाल वह अब तक लागू नहीं हो पाया है। पूर्व की तरह ही इस बार भी नगर निकाय चुनाव पार्टी स्तर पर नहीं कराए जाएंगे। ऐसे में किसी भी राजनीति पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में स्वतंत्र रूप से अपनी उम्मीदवारी पेश करने की स्वतंत्रता होगी। ऐसे में मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के लिए भी बिहार के सभी नगर निकायों में दावेदारों की फेहरिस्त काफी लंबी होती जा रही है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में इस बार एक सुनहरा मौका नजर आ रहा है। मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद पर वर्तमान में आसीन एवं भूतपूर्व जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कई दर्जन सक्रिय कार्यकर्ता खुद को सबसे प्रबल दावेदार मानते हुए नगर निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इन परिस्थितियों में इस बार नगर निकाय चुनाव में पार्षद पद से अधिक दिलचस्पी लोगों में मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के लिए होने वाले दंगल को लेकर होगी। चुनाव उपरांत जीत चाहे जिसे भी मिले, लेकिन सोशल मीडिया पर खुद को अगला मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद घोषित करने वाले लोगों की होड़ लग चुकी है। भविष्य में विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देखने वाले सक्रिय सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता इस नगर निकाय चुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए वाइल्ड कार्ड एंट्री के रूप में देख रहे हैं। राजनीतिक पंडितों की माने तो बिहार के सभी नगर निकायों के मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के प्रत्याशी चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए ना सिर्फ आम जनता के बीच लोक लुभावने वायदे पेश करेंगे बल्कि पानी की तरह पैसे भी बहाएंगे। धनबल और बाहुबल के इस लड़ाई में आम जनता की भागीदारी ने खेल को पूरी तरह से खोल कर रख दिया है।
सभी पार्टियों के सक्रिय कार्यकर्ता देख रहे हैं मेयर बनने का सपना
बिहार के सभी नगर निकाय क्षेत्रों में सक्रिय रुप से सामाजिक तथा राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े कार्यकर्ता स्वयं को उक्त क्षेत्र का अगला मेयर अथवा मुख्य पार्षद के रूप में अपना भविष्य टटोलने की तैयारी में हैं। मुंगेर नगर निगम तथा जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र में मेयर व मुख्य पार्षद पद के लिए सोशल मीडिया पर अपनी दावेदारी पेश करने वालों की फेहरिस्त काफी लंबी होती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, तथा जनता दल यूनाइटेड के अलावा समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, प्लूरल्स पार्टी सरीखे राजनीतिक पार्टी में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं के अंदर भी ज्वार भाटा तेजी से फूटने लगा है।
ट्राई साइकिल वाले सैंटा क्लॉज का नाम भी मेयर उम्मीदवार की फेहरिस्त में
मुंगेर नगर निगम में मेयर पद के लिए वर्तमान मेयर रूमा राज, वर्तमान उप मेयर राजद नेता सुनील राय, पूर्व उप मेयर बेबी चंकी का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है। वहीं कई सामाजिक संगठनों के सक्रिय कार्यकर्ता भी आम लोगों की पहली पसंद है। सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में गरीब-भूखे परिवारों को रोटी पहुंचाने के साथ-साथ कई सामाजिक गतिविधियों में अपनी अलग पहचान बनाने वाले व ट्राई साइकिल वाले सांता क्लॉस के नाम से मशहूर आमिर उल इस्लाम भी मुंगेर नगर निगम के लिए मेयर पद के चुनाव को लेकर आम लोगों की उम्मीदों का एक सितारा बन चुके हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सूरमा भोपाली की संज्ञा देने वाले तथा मुंगेर की बेटी स्नेहा मंडल की हत्या मामले की सीबीआई जांच कराने, मुंगेर बड़ी दुर्गा विसर्जन कांड में पुलिसिया गोली के शिकार अनुराग गुप्ता को इंसाफ दिलाने, मुंगेर में एम्स की स्थापना, चाइनीस प्रीपेड इलेक्ट्रिक मीटर पर रोक लगाने की मांग जैसे ज्वलंत मुद्दों पर आंदोलन के जरिए लगातार आवाज उठाने वाले एनसीपी श्रमिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व लोकसभा प्रत्याशी संजय केसरी का नाम भी मेयर उम्मीदवार के रूप में काफी सुर्खियों में है।
भाजपा के कई नेताओं के नाम को लेकर लग रहे कयास
भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता संजीव मंडल, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजफर शमशी, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश जैन, भाजपा नेता संतोष पोद्दार, विक्की सिंह, अमरीश गौतम, एबीवीपी मुंगेर के कई दिग्गजों के मेयर चुनाव में हाथ आजमाने को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
कांग्रेस के भी कई दिग्गज हो सकते हैं मेयर के लिए चुनावी मैदान में
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मुंगेर जिला एवं नगर इकाई से जुड़े कई महत्वाकांक्षी नेताओं में भी मेयर बनने की आस जगने लगी है। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अरुण कुमार यादव, युवा कार्यकर्ता अकरम परवेज, पूर्व युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष तुषार यादव, चंदन सिंह, रोहित मणि भूषण सहित करीब आधा दर्जन से अधिक सक्रिय कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के मुंगेर मेयर पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश किए जाने की संभावनाएं जताई जा रही है।
जदयू के कई पूर्व जिलाध्यक्ष सहित पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मेयर चुनाव में आजमा सकते हैं दाव
बिहार के सत्तारूढ़ एनडीए के प्रमुख घटक दल जनता दल यूनाइटेड के मुंगेर नगर निगम क्षेत्र से जुड़े कई कार्यकर्ता इस बार मेयर पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश कर सकते हैं। सर्वण प्रकोष्ठ के लोकसभा प्रभारी सौरभ निधि, प्रीतम सिंह, जदयू प्रदेश सचिव नचिकेता मंडल, प्रदेश महासचिव ज्ञान चंद्र पटेल, जिलाध्यक्ष संतोष साहनी, जिला प्रवक्ता मनोरंजन मजूमदार, विमलेंदु राय, पूर्व जदयू नेत्री कंचन गुप्ता, जदयू महिला प्रकोष्ठ की पूर्व जिलाध्यक्ष रीता कुमारी जैसे दिग्गजों को मेयर पद के लिए होने वाली उम्मीदवारों की सूची में सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
मेयर पद के लिए नूरा कुश्ती में कई राजद कार्यकर्ता हो सकते हैं शामिल
मुंगेर नगर निगम क्षेत्र से आने वाले राजद के कई सक्रिय कार्यकर्ता खुद को प्रबल दावेदार मान रहे हैं। इसके अलावा कई राजद नेता मेयर चुनाव लड़ने के लिए पंचायत क्षेत्र के वोटर लिस्ट से खुद का नाम हटाकर नगर निगम क्षेत्र में अपना नाम जुड़वा कर मेयर चुनाव लड़ने की जुगत में है। राजद की ओर से इस नूरा कुश्ती में राजद के वर्तमान जिलाध्यक्ष देवकीनंदन सिंह पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमोद यादव, वीर विक्रम सिंह, आदर्श राजा, शहाब मलिक, जिला राजद उपाध्यक्ष प्रोफेसर विनय कुमार सुमन, संजय पासवान के अलावा मुंगेर जिला कार्यकारिणी तथा मुंगेर महानगर कार्यकारिणी में शामिल कई दिग्गज नेताओं के नाम को लेकर भी चर्चाएं खूब है।
जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र के उम्मीदवारों की संभावित सूची में 50 से अधिक दिग्गजों के नाम
मुंगेर नगर निगम की तर्ज पर ही जमालपुर नगर परिषद के मुख्य पार्षद पद के लिए होने वाले चुनाव में उम्मीदवारी के लिए करीब 50 से अधिक संभावित उम्मीदवारों के नाम का चर्चा जोरों शोरों पर है। कुछ संभावित उम्मीदवार सोशल मीडिया पर अपनी उम्मीदवारी का डंका पीट रहे हैं तो कुछ चौक-चौराहों पर अपनी उम्मीदवारी को लेकर दावे ठोक रहे हैं। जमालपुर नगर परिषद के चेयरमैन चुनाव में कौन कौन उम्मीदवार होगा इसको लेकर सही सही अंदाजा तो नहीं लगाया जा सकता है लेकिन राजनीतिक गलियारों में हो रही चर्चा के अनुसार वर्तमान मुख्य पार्षद एवं वर्तमान उप मुख्य पार्षद सहित पूर्व मुख्य पार्षद एवं पूर्व उप मुख्य पार्षद के अलावा कई पूर्व वार्ड पार्षद व वर्तमान वार्ड पार्षद के नामों के कयास अभी से लगाए जा रहे हैं।
पार्वती देवी एवं भरत यादव को लेकर सट्टा बाजार गर्म
नगर परिषद चुनाव 2022 अंतर्गत जमालपुर नगर परिषद के मुख्य पार्षद पद के उम्मीदवारों के नाम को लेकर अभी से सट्टा बाजार गरमाने लगा है। वर्तमान मुख्य पार्षद पार्वती देवी एवं पूर्व मुख्य पार्षद भरत यादव के अलावा सट्टा बाजार में जिन नामों की चर्चा है उनमें सबसे प्रमुख पूर्व मुख्य पार्षद राजेश कुमार उर्फ दौलत पासवान की पत्नी उप मुख्य पार्षद वीणा देवी, दौलत पासवान के भाई भवेष पासवान, पूर्व मुख्य पार्षद बबलू पासवान तथा सक्रिय राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ता कांग्रेस नगर अध्यक्ष साईं शंकर, राजद नेता सुनील कुमार उर्फ बमबम यादव, लोजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद पासवान, राजद नगर अध्यक्ष मंटू यादव सरीखे नेता शामिल है।
पूर्व मंत्री एवं जमालपुर विधायक के प्रतिनिधि व करीबी हो सकते हैं आमने-सामने
नगर परिषद के मुख्य पार्षद पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर संभावित उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, जमालपुर विधानसभा से प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री दिवंगत उपेंद्र प्रसाद वर्मा के करीबी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पूर्व विधायक सह पूर्व ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार के करीबी कार्यकर्ताओं और जमालपुर के वर्तमान विधायक डॉ अजय कुमार सिंह के करीबी कार्यकर्ताओं के बीच आमने-सामने का मुकाबला होने के आसार है। दलगत चुनाव नहीं होने के बावजूद आगामी नगर परिषद चुनाव में सभी पार्टियों के करीब आधा दर्जन से अधिक ऐसे संभावित प्रत्याशी हैं, जिनको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि एक ही पार्टी में होने के बावजूद कई कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
भाजपा के जिला एवं नगर स्तर के नेता चुनाव में कर सकते हैं उम्मीदवारी
जमालपुर नगर परिषद के मेयर पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची में भारतीय जनता पार्टी के कई दिग्गज नेताओं का नाम काफी चर्चा में है। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष लालमोहन गुप्ता, पूर्व जिला उपाध्यक्ष विनय चौरसिया, भाजपा दलित प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सनम कुमार उर्फ बबलू पासवान, भाजपा नगर अध्यक्ष शंभू शरण सिंह, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी राजीव नायक एवं भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मोहम्मद ताज के नाम को लेकर राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर चर्चाएं गर्म है। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता शंकर सिंह के नाम के भी पद के प्रत्याशी के रूप में आकलन किया जा रहा है।
कांग्रेस नगर इकाई एवं कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं के नाम पर भी चर्चाएं
मेयर पद के लिए आगामी नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस नगर अध्यक्ष साईं शंकर के अलावा कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश मंत्री ब्रह्मदेव चौरसिया, कांग्रेस सेवा दल के प्रभारी जिलाध्यक्ष आरके मंडल, सेवादल उपाध्यक्ष विनोद मंडल, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी डॉ दिनेश, जिला कांग्रेस महासचिव चंद्रशेखर चौरसिया एवं मुख्य पार्षद शिवलाल मंडल के पुत्र वार्ड पार्षद सुदेश मंडल के नाम का भी आकलन किया जा रहा है।
कई राजनेता भी चुनाव में हो सकते हैं आमने सामने
मेयर चुनाव को लेकर संभावित उम्मीदवारों की सूची में राजद नगर अध्यक्ष मंटू यादव, पूर्व राजद जिला उपाध्यक्ष सुनील कुमार उर्फ बमबम यादव, दिलीप मंडल के अलावा पूर्व मंत्री उपेंद्र प्रसाद वर्मा के करीबी कार्यकर्ता प्रभाकर चौरसिया और सुरेंद्र चौरसिया जैसे नेताओं का नाम भी सुर्खियों में है।
सांसद और पूर्व मंत्री के करीबियों के नाम की हो रही चर्चा
जमालपुर नगर परिषद के मुख्य पार्षद के उम्मीदवारों में अन्य पार्टियों की तरह ही जदयू से भी कई दिग्गज नेता आमने-सामने चुनावी मैदान में नजर आ सकते हैं। चर्चाओं के आधार पर संभावित सूची में मुंगेर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के करीबी नेता राजीव नयन, पूर्व ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार के मंत्री प्रतिनिधि गोपाल कृष्ण मंडल सहित जदयू के पूर्व नगर अध्यक्ष अनिल यादव, जदयू अल्पसंख्यक नेता मोनाजिर हसन, अली शेर, जदयू नेता एवं जमालपुर शहर के बड़े व्यवसाई कन्हैया सिंह तथा वार्ड पार्षद आलोक कुमार के नाम भी चौक चौराहों पर गर्मजोशी से लिए जा रहे हैं।
अन्य राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं की हो सकती है भागीदारी
आगामी नगर परिषद चुनाव में जमालपुर के मुख्य पार्षद पद के लिए लोजपा रामविलास के प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद पासवान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता इंद्रदेव दास सीपीआई के अंचल सचिव मुरारी प्रसाद समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष अमर शक्ति एवं सपा नेता मनोज क्रांति, आम आदमी पार्टी के नेता वार्ड पार्षद राकेश तिवारी सहित कई अन्य संगठनों के सक्रिय कार्यकर्ताओं का नाम मुख्य पार्षद चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों के रूप में आम जनता के बीच चर्चा में हैं।
लेख पोस्ट करने वाले भाई आपको मुझसे क्या दुश्मनी थी?
ReplyDeleteमेरा नाम शामिल क्यों नहीं किया भाई साहब?
कभी कोई एक विद्वान आदमी भी तो चेयरमैन बने जमालपुर का !
चेयरमैन जमालपुर शहर का चेहरा होता है, अब तक कैसे कैसे अपराधियों के चेहरे सामने आयें हैं, यह आपसे छुपा हुआ नहीं है।
इस बार सभी अच्छे लोग अपना कर्तव्य निभाएं और बेदाग व विद्वान व्यक्ति को चुनें वगैर जाति पाति के भेदभाव के।
अंवेषक डाॅः ए.के.शर्मा
नैशनल रिसर्चर आॅफ आयुर्वेद
7360052224