दुर्भावना से प्रेरित ओपी प्रभारी के व्यवहार पर नेताओं ने जताया ऐतराज
जमालपुर। सफियासराय ओपी क्षेत्र अंतर्गत इंद्ररुख गांव निवासी समाजसेवी विकास कुमार ने आरक्षी अधीक्षक गौरव मंगला के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है। विकास कुमार ने बताया कि 1 मई को इंद्ररुख गांव के बाहर बहियार में एक अज्ञात युवक की हुए हत्या के बारे में उन्हें स्थानीय लोगों से जानकारी मिली थी। जानकारी के मुताबिक उन्होंने इस बाबत जमालपुर के खुफिया विभाग के अधिकारी रामचरित्र यादव को दी। रामचरित्र यादव ने उक्त हत्या की घटना के बारे में संबंधित मुफस्सिल क्षेत्र के खुफिया विभाग के अधिकारी को देने की सलाह दी। तदुपरांत मुफस्सिल क्षेत्र के खुफिया विभाग के अधिकारी को उन्होंने दूरभाष से सूचना दी। उन्होंने कहा कि एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते उसने बहियार में किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पाए जाने की जानकारी मिलने के बाद सूचक के रूप में खुफिया विभाग को यह जानकारी दी थी। उक्त सूचना के आधार पर ही खुफिया विभाग के अधिकारी एवं सफियासराय ओपी प्रभारी बृजेश कुमार ने संयुक्त रूप से घटनास्थल पर जाकर अज्ञात व्यक्ति के शव को कब्जे में लेकर मामले की तहकीकात शुरू की। सफियासराय ओपी पुलिस अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए 2 मई को इंद्ररुख गांव निवासी डब्लू सिंह के माध्यम से फोन कर उन्हें मिलने का बुलावा भेजा। किसी कार्य में व्यस्तता होने की वजह से उन्होंने 2 मई की शाम में सफियासराय ओपी प्रभारी बृजेश कुमार से मुलाकात की। बृजेश कुमार ने कहा कि मुझे अधिक बोलने का शौक नहीं है तुम केवल मेरे दो सवालों का जवाब दे दो। पहला सवाल यह है कि मृतक कौन है और दूसरा इस अज्ञात व्यक्ति को मारने वाला कौन है। इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए तुम्हें 2 दिन का समय दिया जाता है यदि 2 दिनों के अंदर तुम इस गुत्थी को सुलझा लोगे तो तुम्हारे साथ कोई बुरा व्यवहार नहीं किया जाएगा। अन्यथा इस केस में तुम्हें सस्पेक्टेड साबित कर उक्त व्यक्ति की हत्या का आरोप तुम्हारे ऊपर गठित कर दिया जाएगा। उन्होंने एसपी से कहा है कि एक जिम्मेदार नागरिक के नाते मैंने पुलिस को सूचना दिया तो क्या मैन कुछ गलत किया। शव की शिनाख्त और हत्यारे को पुलिस ढूंढेगी या जो सूचक के खिलाफ ही पुलिस हत्या का आरोप गठित करने का रौब जमाएगी। क्या यह मुझ पर पुलिसिया जुल्म नही है।
राजनीतिक हलकों में निंदा
राजद जिला महासचिव कन्हैया सिंह एवं कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष मो नुरुल्लाह ने कहा कि इंद्ररुख गांव के बाहर बहियार में एक अज्ञात युवक की शव ग्रामीणों के द्वारा देखे जाने के बाद समाजसेवी विकास कुमार द्वारा खुफिया विभाग को सूचना दिया जाना एक जिम्मेदार नागरिक द्वारा उठाया गया कदम है। किसी भी घटना अथवा दुर्घटना के बारे में पुलिस को किसी सूचक के माध्यम से ही ख़बर मिलती है। ऐसे में सफियासराय ओपी प्रभारी बृजेश कुमार द्वारा स्वच्छ छवि वाले समाजसेवी विकास कुमार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई की धमकी दिया जाना निंदनीय कदम है। राजद नेता मो मुख्तार ने भी पुलिस के इस रवैए पर एतराज जताया है।
जमालपुर। सफियासराय ओपी क्षेत्र अंतर्गत इंद्ररुख गांव निवासी समाजसेवी विकास कुमार ने आरक्षी अधीक्षक गौरव मंगला के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है। विकास कुमार ने बताया कि 1 मई को इंद्ररुख गांव के बाहर बहियार में एक अज्ञात युवक की हुए हत्या के बारे में उन्हें स्थानीय लोगों से जानकारी मिली थी। जानकारी के मुताबिक उन्होंने इस बाबत जमालपुर के खुफिया विभाग के अधिकारी रामचरित्र यादव को दी। रामचरित्र यादव ने उक्त हत्या की घटना के बारे में संबंधित मुफस्सिल क्षेत्र के खुफिया विभाग के अधिकारी को देने की सलाह दी। तदुपरांत मुफस्सिल क्षेत्र के खुफिया विभाग के अधिकारी को उन्होंने दूरभाष से सूचना दी। उन्होंने कहा कि एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते उसने बहियार में किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पाए जाने की जानकारी मिलने के बाद सूचक के रूप में खुफिया विभाग को यह जानकारी दी थी। उक्त सूचना के आधार पर ही खुफिया विभाग के अधिकारी एवं सफियासराय ओपी प्रभारी बृजेश कुमार ने संयुक्त रूप से घटनास्थल पर जाकर अज्ञात व्यक्ति के शव को कब्जे में लेकर मामले की तहकीकात शुरू की। सफियासराय ओपी पुलिस अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए 2 मई को इंद्ररुख गांव निवासी डब्लू सिंह के माध्यम से फोन कर उन्हें मिलने का बुलावा भेजा। किसी कार्य में व्यस्तता होने की वजह से उन्होंने 2 मई की शाम में सफियासराय ओपी प्रभारी बृजेश कुमार से मुलाकात की। बृजेश कुमार ने कहा कि मुझे अधिक बोलने का शौक नहीं है तुम केवल मेरे दो सवालों का जवाब दे दो। पहला सवाल यह है कि मृतक कौन है और दूसरा इस अज्ञात व्यक्ति को मारने वाला कौन है। इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए तुम्हें 2 दिन का समय दिया जाता है यदि 2 दिनों के अंदर तुम इस गुत्थी को सुलझा लोगे तो तुम्हारे साथ कोई बुरा व्यवहार नहीं किया जाएगा। अन्यथा इस केस में तुम्हें सस्पेक्टेड साबित कर उक्त व्यक्ति की हत्या का आरोप तुम्हारे ऊपर गठित कर दिया जाएगा। उन्होंने एसपी से कहा है कि एक जिम्मेदार नागरिक के नाते मैंने पुलिस को सूचना दिया तो क्या मैन कुछ गलत किया। शव की शिनाख्त और हत्यारे को पुलिस ढूंढेगी या जो सूचक के खिलाफ ही पुलिस हत्या का आरोप गठित करने का रौब जमाएगी। क्या यह मुझ पर पुलिसिया जुल्म नही है।
राजनीतिक हलकों में निंदा
राजद जिला महासचिव कन्हैया सिंह एवं कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष मो नुरुल्लाह ने कहा कि इंद्ररुख गांव के बाहर बहियार में एक अज्ञात युवक की शव ग्रामीणों के द्वारा देखे जाने के बाद समाजसेवी विकास कुमार द्वारा खुफिया विभाग को सूचना दिया जाना एक जिम्मेदार नागरिक द्वारा उठाया गया कदम है। किसी भी घटना अथवा दुर्घटना के बारे में पुलिस को किसी सूचक के माध्यम से ही ख़बर मिलती है। ऐसे में सफियासराय ओपी प्रभारी बृजेश कुमार द्वारा स्वच्छ छवि वाले समाजसेवी विकास कुमार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई की धमकी दिया जाना निंदनीय कदम है। राजद नेता मो मुख्तार ने भी पुलिस के इस रवैए पर एतराज जताया है।
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