नई सुरंग निर्माण से पूर्व रेल एप्रोच पथ के कार्य में आई तेजी
पहले विस्फोट सुरक्षित हुआ सम्पन्न, दूसरे विस्फोट की तैयारी
34 फीट की त्रिज्या में हटाया जा रहा पत्थर
जमालपुर। जमालपुर रतनपुर स्टेशन के बीच बरियाकोल सुरंग के समीप नए सुरंग के निर्माण के कार्य ने तेजी पकड़ ली है। नए सुरंग निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल तक रेल एप्रोच पथ पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा पहाड़ के अगले हिस्से में स्थित पत्थरों के टीले व चट्टानों को समतल रूप देने के लिए बुधवार देर शाम को पहली विस्फोट की गई। विस्फोट करने से पूर्व पत्थर के टीले को बारूद लगाकर विस्फोट किया गया। बारूद लगाने के लिए पहाड़ के अगले हिस्से में स्थित पत्थरों के टीले में अत्याधुनिक ड्रिल मशीन से 25 होल किए गए। ड्रिल के माध्यम से प्रत्येक होल की गहराई 10 मीटर तक की गई थी। सभी होल में बड़ी सावधानी के साथ बारूद डाला गया। बुधवार की शाम हुए ब्लास्ट से पूर्व जमालपुर रतनपुर भागलपुर रेलखंड पर करीब 2 घंटे तक ब्लॉक लिया गया इस दौरान शाम 5:00 बजे से 7:00 बजे तक इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।
पश्चिम बंगाल के आसनसोल से आई मलाची कंपनी की टीम ने अत्याधुनिक ड्रिल मशीन की मदद से पहाड़ के टीले में बारूद लगाने के लिए कुल 25 छेद किया। चट्टानों को प्लास्टर करने के लिए कंट्रोल ब्लास्टिंग मेथड का प्रयोग किया गया। ब्लास्टिंग के इस अत्याधुनिक तकनीक की मदद से चट्टानों को दूर तक छिड़कने से रोका जा सकता है। इस अत्याधुनिक कंट्रोल ब्लास्टिंग मेथड की वजह से चट्टान ब्लास्ट कार्य मे लगे कर्मियों को किसी प्रकार के खतरे का सामना नहीं करना पड़ा। नोनल एवं बूस्टर नामक दो प्रकार की बारूद सभी 25 छेदों में डाला गया। ब्लास्ट के दौरान स्थानीय लोगों की आवाजाही रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से समुचित सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था ईस्ट कॉलोनी थाना के सब इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम के अलावे रेलवे सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती की गई थी। ब्लास्टिंग के दौरान रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग के सहायक अभियंता उज्जवल कुमार सहित कई अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
पोकलेन मशीन से हटाई जा रही है चट्टाने
बुधवार देर शाम कंट्रोल ब्लास्टिंग मेथड से पहाड़ के अगले हिस्से में स्थित पत्थरों के टीले को ब्लास्ट करने के बाद वहां से चट्टानों को हटाने का काम शुरु हो गया। गुरुवार सुबह से ही चट्टान हटाने के लिए सुरंग ब्लास्टिंग के लिए प्रतिनियुक्त कंपनी के इंचार्ज परमेश्वर कुमार सिंह के नेतृत्व में धूषण कंपनी के पोकलेन मशीन से चट्टानों को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इंचार्ज परमेश्वर कुमार सिंह ने बताया कि ब्लास्टिंग पॉइंट से करीब 34 फीट की त्रिज्या का हिस्सा ब्रेक हो चुका है। कितने क्षेत्र से चट्टानों एवं मिट्टी हटाने में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। इन चट्टानों को पूरी तरह से समतल करने के बाद ही अगले ब्लास्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आगामी बुधवार को होगी दूसरी ब्लास्टिंग
पहली ब्लास्टिंग सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद मलबों के हटने के बाद आगामी बुधवार को दूसरी ब्लास्टिंग की जाएगी। पहली ब्लास्टिंग में मात्र एक ब्लास्ट किया गया था। पहली ब्लास्टिंग की सफलता के आधार पर अगली ब्लास्टिंग के दौरान कुल 4 ब्लास्ट किए जाएंगे। इस दौरान अत्याधुनिक ड्रिल मशीन की सहायता से करीब 100 छेद किए जाएंगे।
ब्लास्ट में मंदिर बचा सुरक्षित
कंट्रोल ब्लास्टिंग मेथड की वजह से बरियाकोल सुरंग के निकट स्थित हनुमान मंदिर को सुरक्षित बचा लिया गया। आकलन किया जा रहा था कि पहाड़ के टीले की ब्लास्टिंग के दौरान बड़े-बड़े चट्टानों के छिटकने की वजह से हनुमान मंदिर को क्षति पहुंच सकती है। अधिकारियों की सूझबूझ की वजह से हनुमान मंदिर तक चट्टान का एक कारण भी नहीं पहुंचा।
पुराने रेल लाइन से 45 मीटर की दूरी पर बिछेगी नई रेल लाइन
बरियाकोल सुरंग के समानांतर बनने वाले नए सुरंग तक बिछाई जा रही एप्रोच रेलपथ पुराने रेल पथ से महज 45 मीटर की दूरी पर बिछाई जा रही है। पुराने सुरंग से नए सुरंग की न्यूनतम दूरी 50 मीटर होगी। बताया जाता है कि एप्रोच रेलपथ का कार्य पूर्ण होते ही अप्रैल माह से सुरंग खुदाई का काम शुरू कर दिया जाएगा। गुवाहाटी की एक कंपनी को सुरंग खुदाई का कार्य सौंपा गया है।
रेल एप्रोच पथ निर्माण के बाद शुरू होगा सुरंग निर्माण कार्य
जमालपुर एवं रतनपुर के बीच पहाड़ की खुदाई कर नए सुरंग के निर्माण का कार्य एप्रोच रेल पथ निर्माण के बाद शुरू किया जाएगा। रेल मालदा मंडल कार्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुरंग खुदाई के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली उन्नत किस्म की उपकरणों को रेल एप्रोच पथ के माध्यम से पहाड़ तक लाया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे सुरंग निर्माण से पहले पहाड़ के किनारे तक रेल एप्रोच पथ का कार्य शुरू कर दी है।