मुंगेर(एनएच लाइव बिहार के लिए सुजीत कुमार की रिपोर्ट।)
Edited by Prince Dilkhush
जमालपुर - नगर निकाय चुनाव में नगर परिषद शहर की सफाई भूल गया है। एक बार फिर से सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है। नगर परिषद के सफाई विभाग की उदासीनता के कारण वार्डों में जहां नियमित रूप से सफाई नहीं हो रही है वहीं दवा छिड़काव में भी कोताही बरती जा रही है। ऐसे में बारिश के इन दिनों में डायरिया समेत गंभीर बीमारियों की संभावना बढ़ती जा रही है। परिषद के मौजूदा व्यवस्था को लेकर यहां रहने वाले लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
नगर परिषद की ओर से हर माह शहर के वार्डों में सफाई के नाम पर लाखों रूपये खर्च किये जाने के बाद भी व्यवस्था में सुधार दिखाई नहीं दे रही है। शहर के लगभग सभी वार्डों में बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर इन दिनों लोगों नाराजगी देखने को मिल रही है। विभिन्न वार्डों में लगे कचरे के ढेर व बजबजाती नालियां इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। नप के सफाई विभाग की उदासीनता को लेकर लगातार शिकायत मिलने के बाद भी संबंधित अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। चौक चराहों पर गंदगी फैली है। जुबली चौक के पास कूड़े बिखरे हैं।
-- बीमारियां फैलने की संभावना
शहरी क्षेत्र में जिस तरह सफाई हो रही है उसे लेकर आगामी दिनों में गंभीर बीमारियों के फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता है। बारिश शुरू होने के कारण इसकी संभावना और भी बढ़ती जा रही है।
शहर के अंदर जुबली वेल चौक मुख्य बाजार बाजार सहित विभिन्न स्थानों पर सफाई व्यवस्था का और भी बुरा हाल है। आसपास रहने वाले लोगों की माने तो यहां नियमित रूप से सफाई व कचरा का उठाव नहीं होने के कारण गंदगी बढ़ती जा रही है। सप्ताह में परिषद की ओर से किए जाने वाले दवा छिड़काव को लेकर भी लोग संतुष्ट नहीं हैं। चूंकि यहां सब्जियों का मार्केट लगता है इस लिहाज से रोजाना सफाई बहुत जरूरी है। डेली सब्जी मार्केट में आलम यह है कि गंदगी की ढेर में मवेशियों के आराम फरमाने के साथ-साथ तेजी से सड़ांध फैल रही है। ऐसे में यहां गंभीर बीमारियों की संभावना हमेशा बनी हुई है।
नप की अनदेखी रवैये को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसी तरह शहर के विभिन्न वार्डों व सार्वजनिक स्थानो में भी बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर शहरवासी आक्रोशित दिखाई दे रहे हैं। लगभग हर दिन संबंधित विभाग में इसकी शिकायत हो रही है। इसके बाद भी उसे गंभीरता से नहीं लिया जाना समझ से परे है। शहर की निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों की माने तो माह में एक दो बार सफाई कर्मी काम काम नहीं करते हैं। नप से जुड़ने के बाद से ही सफाई के मामले में विभागीय लापरवाही देखने को मिल रही है।
-- दवा छिड़काव मामले में लापरवाही
पिछले कुछ माह से शहर के वार्डों में नप की ओर से किए जाने वाले दवा छिड़काव में भी लापरवाही देखने को मिल रही है। पर्याप्त दवा होने के बाद भी छिड़काव नहीं कर बीमारियों को न्यौता दिया जा रहा है। नप में हर माह दवा खरीदी के नाम पर लाखो रूपये के बिल बनाए जा रहे हैं। लोगों की कहना है कि मौसमी बीमारियो को ध्यान में रखते हुए कम से कम बारिश में दवा छिड़काव किया जाना चाहिए।
Edited by Prince Dilkhush
जमालपुर - नगर निकाय चुनाव में नगर परिषद शहर की सफाई भूल गया है। एक बार फिर से सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है। नगर परिषद के सफाई विभाग की उदासीनता के कारण वार्डों में जहां नियमित रूप से सफाई नहीं हो रही है वहीं दवा छिड़काव में भी कोताही बरती जा रही है। ऐसे में बारिश के इन दिनों में डायरिया समेत गंभीर बीमारियों की संभावना बढ़ती जा रही है। परिषद के मौजूदा व्यवस्था को लेकर यहां रहने वाले लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
नगर परिषद की ओर से हर माह शहर के वार्डों में सफाई के नाम पर लाखों रूपये खर्च किये जाने के बाद भी व्यवस्था में सुधार दिखाई नहीं दे रही है। शहर के लगभग सभी वार्डों में बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर इन दिनों लोगों नाराजगी देखने को मिल रही है। विभिन्न वार्डों में लगे कचरे के ढेर व बजबजाती नालियां इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। नप के सफाई विभाग की उदासीनता को लेकर लगातार शिकायत मिलने के बाद भी संबंधित अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। चौक चराहों पर गंदगी फैली है। जुबली चौक के पास कूड़े बिखरे हैं।
-- बीमारियां फैलने की संभावना
शहरी क्षेत्र में जिस तरह सफाई हो रही है उसे लेकर आगामी दिनों में गंभीर बीमारियों के फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता है। बारिश शुरू होने के कारण इसकी संभावना और भी बढ़ती जा रही है।
शहर के अंदर जुबली वेल चौक मुख्य बाजार बाजार सहित विभिन्न स्थानों पर सफाई व्यवस्था का और भी बुरा हाल है। आसपास रहने वाले लोगों की माने तो यहां नियमित रूप से सफाई व कचरा का उठाव नहीं होने के कारण गंदगी बढ़ती जा रही है। सप्ताह में परिषद की ओर से किए जाने वाले दवा छिड़काव को लेकर भी लोग संतुष्ट नहीं हैं। चूंकि यहां सब्जियों का मार्केट लगता है इस लिहाज से रोजाना सफाई बहुत जरूरी है। डेली सब्जी मार्केट में आलम यह है कि गंदगी की ढेर में मवेशियों के आराम फरमाने के साथ-साथ तेजी से सड़ांध फैल रही है। ऐसे में यहां गंभीर बीमारियों की संभावना हमेशा बनी हुई है।
नप की अनदेखी रवैये को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसी तरह शहर के विभिन्न वार्डों व सार्वजनिक स्थानो में भी बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर शहरवासी आक्रोशित दिखाई दे रहे हैं। लगभग हर दिन संबंधित विभाग में इसकी शिकायत हो रही है। इसके बाद भी उसे गंभीरता से नहीं लिया जाना समझ से परे है। शहर की निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों की माने तो माह में एक दो बार सफाई कर्मी काम काम नहीं करते हैं। नप से जुड़ने के बाद से ही सफाई के मामले में विभागीय लापरवाही देखने को मिल रही है।
-- दवा छिड़काव मामले में लापरवाही
पिछले कुछ माह से शहर के वार्डों में नप की ओर से किए जाने वाले दवा छिड़काव में भी लापरवाही देखने को मिल रही है। पर्याप्त दवा होने के बाद भी छिड़काव नहीं कर बीमारियों को न्यौता दिया जा रहा है। नप में हर माह दवा खरीदी के नाम पर लाखो रूपये के बिल बनाए जा रहे हैं। लोगों की कहना है कि मौसमी बीमारियो को ध्यान में रखते हुए कम से कम बारिश में दवा छिड़काव किया जाना चाहिए।
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